हिसार,
फर्म के संचालक ने तनख्वाह नहीं दी तो मुंशी ने फर्म के लाखों के फर्जीवाड़े का खुलासा कर दिया। आरोप है कि फर्म के संचालक कृष्ण कुमार ने अधिकारियों से साठगांठ करके लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा करता है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को वन विभाग और एक दर्जन से ज्यादा सरकारी स्कूलों में अग्रवाल स्टील द्वारा सप्लाई किए सामान की बिल कॉपी भी पुलिस को सौंपी हैं, जो फर्जी तरह से तैयार किए गए हैं। इन सभी स्कूलों और वन विभाग के अधिकारियों पर भी जांच की तलवार लटक गई है।
फर्म मालिक सहित 2 मुंशी पर मामला दर्ज
सौरव ने आरोप लगाया की कृष्ण कुमार ने उसके वेतन के 8 लाख रुपए भी नहीं दिए और मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसने फर्म में हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा करने की ठान ली। उसने RTI के कागजात सहित पूरा फर्जीवाड़ा हिसार आईजी को भेज दिया। पुलिस ने मुंशी की शिकायत पर निरंकारी रोड पर अग्रवाल स्टील के संचालक कृष्ण कुमार, फर्म के दो मुंशी मंजीत व रामअवतार के खिलाफ IPC 420, 467, 468, 471, 406, 506, 196, 198, 120बी के तहत केस दर्ज कर लिया है।
बकाया वेतन को लेकर झगड़ा
सौरव ने बताया कि उसने कृष्ण कुमार की अग्रवाल स्टील में बतौर मुंशी 2012 से 2018 तक 30 हजार रुपए महीना वेतन पर काम किया था। इस दौरान के 68 महीने में उसका 20 लाख रुपए वेतन बना, लेकिन फर्म संचालक ने उसे सिर्फ 8 लाख रुपए का भुगतान किया। जब उसने बाकी पैसे मांगे तो कृष्ण कुमार ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए फर्म से भगा दिया।
फर्जी कंपनियों के लगे बिल
जब सौरव को तनख्वाह के पैसे नहीं मिले तो उसने कृष्ण कुमार की अग्रवाल स्टील फर्म के RTI के कागजात निकलवाकर हिसार रेंज आईजी को शिकायत भेज दी। सौरव के अनुसार अग्रवाल स्टील फर्म का संचालक सरकारी स्कूल, वन विभाग में जंगले, जाली, दरवाजे आदि सप्लाई का सरकारी ठेका लेता है। आरोपी ने अपनी कंपनी के अलावा दो अन्य फर्जी कंपनियों के लैटर हेड छपवा रखे हैं और उन्ही पर सरकारी कोटेशन भेज देता है। इसके बाद शिक्षा विभाग व वन विभाग के अधिकारियों से साठगांठ करके बिना GST का बिल और कम वजन का सामान उनको सप्लाई करता है। इस तरह वह सरकार के साथ लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा कर रहा है।
सरकारी स्कूलों में हेरफेर
सौरव ने पुलिस को वन विभाग के अलावा एक दर्जन से ज्यादा सरकारी स्कूलों में अग्रवाल स्टील द्वारा सप्लाई किए सामान की बिल कॉपी भी पुलिस को सौंपी हैं, जो फर्जी तरह से तैयार किए गए हैं। यह सामान 2017 से 2019 के बीच में सप्लाई किया गया है। सौरव ने शिक्षा विभाग को पेटवाड़, खांडाखेड़ी, पनिहारी, हसनगढ़, बगला, ढाणी खान बहादुर, खरबला, बुड़ाक, क़ाबरेल, गंगवा, धांसू, भाटला, बडाला, उगालन के सरकारी स्कूलों में किए गए काम व बिलों में किए गए हेरफेर का रिकार्ड पुलिस को दिया है।
क्या बोले कृष्ण कुमार
अग्रवाल स्टील के संचालक कृष्ण कुमार ने कहा कि वह सिर्फ अपनी फर्म से सामान व कोटेशन देते हैं। अगर किसी सरकारी विभाग ने फर्जी फर्मों के बिल या कोटेशन लगा रखी हैं तो इसकी जिम्मेदारी उस विभाग के मुखिया की है।