फतेहाबाद,
रतिया में आढ़ती के साथ ढाई करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। रतिया पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर अनाज मंडी के आढ़ती ओमप्रकाश की याचिका पर उसकी दूसरी पत्नी के बेटे विक्रम और एक महिला बैंक कर्मचारी के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।
बादलगढ़ निवासी आढ़ती ओमप्रकाश ने बताया कि उसकी पहली पत्नी की मौत के बाद उसने तलवाड़ा निवासी रंजू रानी से दूसरी शादी की थी। शादी के वक्त रंजू का उसके पहले पति से एक बेटा विक्रमा मेहता था। वह अपने नाना-नानी के साथ रहता था। विक्रम के एजुकेशनल रिकॉर्ड और आधार कार्ड में भी पिता के नाम के कालम में उसके नाना का नाम श्यामलाल दर्ज था। शादी के कुछ सालों बाद ओमप्रकाश को हार्ट की प्रॉब्लम हुई तो विक्रम उससे मिलने आने लगा। इस बीच विक्रम के नाना-नानी की भी मौत हो गई तो वह अकसर मां से मिलने रतिया व बादलगढ़ आने लगा। ओमप्रकाश के बीमार पड़ने पर विक्रम ने धीरे-धीरे ओमप्रकाश का बिजनेस संभालना शुरू दिया और बैंकों से लेनदेन करने लगा।
आरोप है कि विक्रम ने ओमप्रकाश के मोबाइल में ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर दिया जिससे बैंक से आने वाले लेन—देन के मैसेज विक्रम के मोबाइल पर आने लगे। ओमप्रकाश का आरोप है कि इस फ्रॉड का उस समय पता चला जब वह जेबी राइस मिल के चेक की 4 लाख की रकम लेने बैंक गया तो पता चला कि उसके बि-हाफ पर बैंक से रुपये विक्रम ने निकाल लिए। जब जांच की तो सामने आया कि कोटक महेन्द्र बैंक ने ओमप्रकाश के नाम से बैंक अकाउंट खोल रखा है, जबकि उसने कभी इस बैंक में खाता खुलवाया ही नहीं था।
ओमप्रकाश के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर खाता खोला गया और फिर फिर फर्जी ट्रांजेक्शन की गई। विक्रम ने अपने दोस्त गर्ग पेट्रोलियम को यूपीआइ से 4 लाख ट्रांसफर कर कैश ले लिए। ओमप्रकाश का आरोप है कि उसने सभी बैंकों के खाते संभाले तो पता चला कि विक्रम फर्जी हस्ताक्षर कर ढाई करोड़ रुपये निकलवा चुका है।
ओमप्रकाश ने कोर्ट में दायर हलफनामे में आरोप लगाया कि रतिया के आईसीआईसीआई बैंक ने विक्रम के कहने पर क्रेडिट लिमिट 35 लाख से बढ़ाकर 85 लाख कर दी। इसके लिए जरूरी सब डिविजनल मेजिस्ट्रेट की मंजूरी ही नहीं ली गई। विक्रम ने लिमिट बढ़वाकर इस लिमिट से 50 लाख रुपये निकलवा लिए। आरोप है कि ओमप्रकाश की मंडी की दुकान के मुनीम भजन सिंह को जब विक्रम पर शक हुआ और उसने बैंक जाकर जांच पड़ताल शुरू की तो विक्रम ने भजन सिंह पर हमला करवाकर उसे घायल कर दिया। इस मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ।
ओमप्रकाश का दावा है कि उसके पास विक्रम और एचडीएफसी की एक महिला बैंक कर्मचारी की चैटिंग है। इसके आधार पर ओमप्रकाश ने ढाई करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
रतिया पुलिस के जांच अधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। जांच में जो भी सबूत सामने आएंगे वो कोर्ट में रख दिए जाएंगे। कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही की जा रही है।