फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
प्रदेश में मनाए जा रहे अन्न महोत्सव को लेकर जगह-जगह विरोध होना शुरू हो गया है। कार्यक्रम के शुरू होते ही फतेहाबाद, हिसार, जींद, रेवाड़ी और करनाल में महोत्सव का लोगों ने विरोध किया है। लोगों का ज्यादा गुस्सा इस महोत्सव में गरीबों को बांटे जा रहे राशन के थैले को लेकर है। इस थैले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की फोटो छपी हुई है। करनाल में अन्नपूर्णा कार्यक्रम में पहुंचे इंद्री हलके के विधायक रामकुमार कश्यप का किसानों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान पुलिस ने 20 किसानों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद 200 के करीब किसानों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और गिरफ्तार किए उनके साथियों की रिहाई की मांग की। आखिर में प्रशासन को किसानों को रिहा करना पड़ा।
वहीं हिसार के आजाद नगर में अन्न महोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे राज्यमंत्री अनूप धाणक का लोगों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। हालात को काबू करने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल और आरएएफ की टीम मौके पर पहुंची। राज्यमंत्री अनूप धाणक को दूसरे रास्ते से वहां से रवाना किया गया।
रेवाड़ी में भी राशन डिपो के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जींद के डूमरखां व फतेहाबाद रतिया के घासवा गांव में लोगों ने इन थैलों को जमा करके उनमें आग लगा दी। बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबों को बांटे जा रहे 5 किलो अनाज को इस थैले में डालकर दिया जा रहा है।
वहीं घासवा और डूमरखां गांव में किसान समिति के लोगों ने इस योजना में बांटे जा रहे थैलों का विरोध किया। लोगों ने इन थैलों को समिति में जमा कर के उनमें आग लगा दी और साथ ही चेतावनी दी कि नेताओं की फोटो वाले थैलों में अनाज का वितरण किया गया तो उनका विरोध जारी रहेगा। घासवा में लोगों ने डिपो पर लगे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बैन्नर को भी फाड़ दिया।
कोरोना काल के बाद से केंद्र सरकार की तरफ से प्रत्येक गरीब परिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रति सदस्य 5 किलो गेहूं फ्री दिया जा रहा है। इस अनाज को 5 किलो के एक थैले में डालकर दिया जा रहा है, जिनपर नेताओं के फोटो छपवाए गए हैं। इसके अलावा अनाज डिपो के बाहर भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की फोटो भी लगवाए गए हैं। इसी बात का लोग विरोध कर रहे हैं।