हिसार,
गांव बास में 17 साल के नाबालिग की हत्या की गई है। हत्या के बाद शव को तेजाब से जलाया भी गया है। दाएं पैर का पंजा भी कटा हुआ है। अधजले शव को आरोपियों ने जींद- भिवानी रोड पर टोल के पास ड्रेन के नजदीक खेतों में फेंक दिया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान गांव बास बादशाहपुर के सुमित के रूप में हुई। सुमित 2 दिन से घर से लापता था। उसके परिजनों ने इस बारे में बास थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया था। सुमित की मां सुमन ने गांव के ही मनोज, मनदीप, सुखबीर और भिवानी के तालू गांव के रहने वाले मोनू, सचिन और अजय पर उसके बेटे का अपहरण करके उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने सुमित के शव को जलाने की कोशिश की थी, लेकिन शव पूरी तरह जला नहीं पाए। सुबह लोगों ने बॉडी देखी तो इस बारे में पुलिस को सूचना दी। हालात देखकर लग रहा है कि सुमित की हत्या किसी दूसरी जगह पर की गई और उसके बाद उसके शव को यहां फेंका गया।
सुमित के खिलाफ गांव के ही एक व्यक्ति ने 3 अगस्त को उसके घर में घुसकर मारपीट करने और पैसे छीनने का केस दर्ज करवाया था। इस मामले में पुलिस ने सुमित को हिरासत में लेकर ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया था। सुमित 17 अगस्त को ही जमानत पर छूटकर घर आया था और 18 अगस्त से लापता हो गया था।