हिसार

DSP गीतिका जाखड़ और नायब तहसीलदार बलराम जाखड़ पर मामला दर्ज, अग्रोहा पुलिस करेगी कार्रवाई

अग्रोहा,
अर्जुन अवार्डी पहलवान और फतेहाबाद में डीएसपी गीतिका जाखड़, भट्‌टू में तैनात उनके नायब तहसीलदार भाई बलराम जाखड़, पिता सत्यवीर जाखड़ और फतेहाबाद पुलिस के 2 कर्मचारियों के खिलाफ अग्रोहा पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने गीतिका जाखड़ के चाचा प्रकाश वीर की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ घर में जबरदस्ती घुसने, मारपीट करने, उपद्रव मचाने समेत सात धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने गीतिका जाखड़, उनके भाई और पिता पर जिन धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, अदालत के अंदर उनमें दोष साबित होने पर 2 से 7 साल तक की कैद हो सकती है।

केस में आरोपी डीएसपी गीतिका जाखड़ और उनके नायब तहसीलदार भाई बलराम जाखड़ दोनों फर्स्ट क्लास अधिकारी हैं। दोनों वर्तमान में फतेहाबाद में पोस्टेड हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सरकारी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए विभागीय अनुमति जरूरी है। दर्ज एफआईआर में उल्लेख है कि दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर विभागीय अनुमति पत्राचार से बाद में प्राप्त कर लेने के निर्देश मिले हैं। उसी के आधार पर केस दर्ज किया गया है।

ये था चाचा का आरोप
पुलिस को दी शिकायत में गीतिका के चाचा प्रकाश वीर ने बताया कि घर के साथ ही कंस्ट्रक्शन का काम करवा रहे हैं। 26 अगस्त को शाम 7:20 बजे वह अपने पुराने घर व साथ वाली बिल्डिंग में ताला लगाने बाहर आए तो देखा अंदर वाला शटर खुला था। वह जैसे ही अंदर उसे बंद करने गए तो पहले से वहां मौजूद बलराम जाखड़ और तीन अन्य लोगों ने उस पर हमला कर दिया। इससे वह नीचे गिर गए और बलराम ने खूब लात-घूंसे मारे। अपने बेटे को आवाज लगाई लेकिन वह घर पर नहीं था, आवाज सुनकर धर्मपत्नी सवीता जाखड़ आई तो आरोपी भाग गए। कुछ देर बाद पुलिस की महिला शक्ति की गाड़ी घर पर आई। बेटे के साथ वह गेट के पास ही खड़े थे, हमने सोचा अग्रोहा थाने से पुलिस आई है। गाड़ी में से गीतिका जाखड़, बलराम जाखड़ उनके पिता सत्यवीर जाखड़ और 2 पुलिसकर्मी निकले, जिनके हाथ में डंडा था। गीतिका ने आते ही उनके बेटे धर्मवीर को गालियां दी और गला दबाया। थप्पड़ मारे फिर तीनों एक साथ मिलकर उसे मारने लगे। बीच-बचाव का प्रयास किया लेकिन आरोपी सब प्लान करके आए थे। शोर सुनकर मेरे पिता अमरचंद जाखड़ (88) भी आ गए। आरोपियों ने उन्हें धक्का मारा तो उन्हें भी चोट आई। बड़ी पुत्रवधू प्रीति जो गर्भवती थी उसे भी धक्का मारा और जान से मारने की धमकी दी। छोटी पुत्रवधु निशा सारे घटनाक्रम की वीडियो बना रही थी तो गीतिका ने उसे धक्का देकर गालियां दी और जान से मारने की धमकी देते हुए उसका फोन छीन कर फेंक दिया। प्रकाश वीर के अनुसार डीएसपी गीतिका और नायब तहसीलदार बलराम जाखड़ ने अपनी सरकारी पावर का गलत इस्तेमाल किया। दूसरी बार हमला किया है और जान से मारने की धमकी दी है।

दादा ने दी थी धरने पर बैठने की धमकी
गीतिका जाखड़ के 88 वर्षीय दादा अमरचंद जाखड़ ने कहा कि जिस मेहनत से उन्होंने अपनी औलाद को पढ़ाया लिखाया और काबिल बनाया, आज वही औलाद जमीन के टुकड़े के लिए उसके साथ मारपीट कर रही है। शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारी के पद से रिटायर अमरचंद जाखड़ के अनुसार, अगर उनको न्याय नहीं मिला तो वह आईजी दफ्तर के आगे धरने पर बैठेंगे।


https://youtu.be/vaoKNN8hUrY

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