हिसार

बिजली के निजीकरण से आम जनता और किसानों पर पड़ेगी महंगाई की मार : यूनियन

बिजली कर्मचारियों की मांगों को लेकर 15 जून को एसीएस पावर, पंचकूला व 9 जुलाई को बिजली मंत्री के सिरसा कैम्प कार्यालय पर किया जाएगा प्रदर्शन

हिसार,
सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर्ज यूनियन की यूनिट नंबर 1 व 2 की संयुक्त कन्वेंशन स्थानीय जाट धर्मशाला में यूनिट नंबर 1 के प्रधान सुरेश रोहिल्ला की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसका संचालन यूनिट नंबर 2 के सचिव रमेश झोरड़ ने किया।
कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए यूनियन के राज्य वित्त सचिव अजय वशिष्ठ व राज्य उप प्रधान लोकेश ने बताया कि प्रदेश की सरकार बिजली क्षेत्र को केन्द्र सरकार की तर्ज पर बड़े-बड़े पूंजीपतियों अड़ानी, अम्बानी के हवाले करने की साजिश कर रही है। जिससे पूंजीपतियों को लूट की छुट मिल जाएगी और आम जनता व किसानों को मंहगी बिजली लेने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि सरकार की निजीकरण की नीतियों से बिजली महंगी होने के साथ साथ आम जनता को और अधिक महंगाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां आम आदमी के हितों के खिलाफ हैं, जिनका विरोध करना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि संगठन ने राज्य सरकार से पत्रों के माध्यम से बिजली निगमों में कार्यरत सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के पोर्टल पर नहीं डालने की मांग की थी, लेकिन सरकार इस मांग की अनदेखी की गई। इसलिए संगठन ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार बिजली कर्मचारियों की मांगों को लेकर लगातार उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाए हुए है, जिसके चलते कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि यूनियन द्वारा उठाई गई कर्मचारियों की मांगों में बिजली बिल 2021 को वापस लेने, एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करना, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, बिजली निगम में कच्चे कर्मचारियों को सीधे निगम के रोल पर रखने, समान काम-समान वेतन के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू करना, ईएसआई की सेवा को वेतन की सीमा से नहीं जोडऩे, कच्चे कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों की तरह एक्सग्रेसिया नौकरी, एक्सग्रेसिया राशि व लास्ट पे ड्रान का लाभ दिया जाए, सभी बिजली निगमों में कच्चे कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची बनाई जाए, बिजली निगमों में नए सृजित पदों के अनुसार सभी आरक्षित श्रेणियों का भर्ती व पदोन्नति का बैकलॉग पूरा किया जाए, सभी वर्गों की खाली पदों पर तुरंत पदोन्नति की जाए, एक्सग्रेसिया नौकरी मिलने के पहले व अंतिम पांच वर्ष की शर्त को हटाया जाए, एक्सग्रेसिया का लाभ एक कैटेगरी नीचे की बजाय एक स्टैप डाऊन स्केल किया जाए, निगमों में हर प्रकार के कार्य ठेके पर देने की बजाय स्वयं निगमों द्वारा किए जाएं सहित कई अन्य मांगें शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर 15 जून को बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पंचकूला स्थित कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा तथा 9 जुलाई को बिजली मंत्री के सिरसा कैंप ऑफिस पर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 27 मई को सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर होने वाले जिला स्तरीय प्रदर्शन में बिजली कर्मचारी बढ़चढ़ कर भाग लेंगे। इसके साथ ही 23 व 24 मई की नगर पालिका कर्मचारियों की हड़ताल का भी समर्थन करने का निर्णय यिला गया।
कन्वैंशन को जगमिन्द्र पूनियां, सूबे सिंह कादयान, दलीप सोनी, ईश्वर पूनियां, ओम प्रकाश वर्मा, दिलबाग जांगड़ा, अशोक सैनी, बिजेन्द्र पूनियां, रविन्द्र बिश्नोई, संदीप सिवाच, बलबीर खिचड़, सुभाष लाम्बा, सुरेन्द्र फौजी, सतीश जाखड़, विनोद सैनी, विरेन्द्र कुमार, बलजीत कस्वां, राजबीर फौजी, राजबीर सिंह, उमेश बूरा व संजय कुमार आदि ने संबोधित किया।

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