आदमपुर,
आदमपुर में एक बार फिर बरसात से करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है। अनाज मंडी में पानी दुकानों के आरपार हो गया। शेड ने तलाब का रुप धारण कर लिया। इससे व्यापारियों और किसानों को करोड़ों रुपयों की चपत महज कुछ घंटों में लग गई। इससे पहले 30 जुलाई को भी बरसात ने अनाज मंडी में 10 करोड़ का नुकसान किया था।
शुक्रवार को सुबह पौने पांच बजे आदमपुर में बरसात आरंभ हुई। करीब 1 घंटे तक काफी तेज बारिश ने पूरे शहर की सड़कों को नदी के रुप में बदल दिया। इसके बाद 6 बजे से 11 बजे तक हल्की बरसात जारी रही। इसके चलते पानी का स्तर लगातार बढ़ता चला गया।
अनाज मंडी पूरी तरह पानी के आगोश में समा गई। सड़क से तीन फीट उंचे शेड पर भी एक—एक फीट पानी चढ़ गया। इससे यहां रखे चने, सरसों और ग्वार पूरी तरह भीगकर खराब हो गए। शेड के नीचे करोड़ों रुपयों का ग्वार रखा हुआ था। लेकिन पानी से गिला होने से पूरा ग्वार खराब हो गया। शेड के नीचे 7 हजार से 11 हजार रुपए क्विंटल के भाव पर खरीदा गया ग्वार रखा हुआ था। अब पानी में गीला होने के बाद इसकी महज 1 हजार रुपए क्विंटल की रह गई है। वहीं सरसों पूरी तरह खाद में तबदील हो गई है। चने फुलकर पानी में ही बह गए।
यहां बनी किरयाणा, चीनी व खाद की दुकानों में पानी भर गया। इन दुकानदारों को महज 32 दिनों के भीतर दोबारा नुकसान उठाना पड़ रहा है। दरअसल, प्रशासन की लापरवाही के कारण सरकार द्वारा भेजी गई ग्रांट से समय पर सिवरेज लाइन नहीं बिछाई गई। इसके चलते पूरे शहर में जलभराव की समस्या बन गई है। क्रांति चौक, एडिशनल मंडी और अनाज मंडी का इस बार बरसात में बुरा हाल हो गया है। कोरोना काल से मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों को अब बरसात से लगातार नुकसान हो रहा है लेकिन उनकी खैरियत लेने वाला कोई नहीं है।