आदमपुर,
एसडीएम की बैठक में व्यापारियों के दो गुट दिखाई देने के बात से व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने मना किया है। व्यापार मंडल के उपप्रधान सतपाल भांभू ने कहा कि उन्होंने एसडीएम से जलभराव की समस्या के स्थाई समाधान की मांग करते हुए मुआवजा देने की बात कही थी। 30 जुलाई और 3 सितम्बर दोनों बरसात से हुए नुकसान की जांच की मांग भी एसडीएम से की गई थी।
सतपाल भाम्भू ने कहा कि उनकी मांग थी कि प्रशासन पहले जलनिकासी का स्थाई प्रबंध करे, इसके बाद मुआवजे देने की बात करे। इसे कुछ लोगों ने गलत तरीके से समझ लिया और गलत ढंग से पेश कर दिया। दरअसल, आदमपुर में सभी व्यापारी व्यापार मंडल के बैनर तले ही काम करते हैं। ऐसे में गुटबाजी होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
बरसात एक प्राकृतिक अपदा हो सकती है, लेकिन जलनिकासी ना होना मानवीय लापरवाही ही है। ऐसे में उनकी मांग थी कि पहले मानवीय लापरवाही को सुधारते हुए जलनिकासी का स्थाई प्रबंध किया जाये ताकि भविष्य में दोबारा ऐसी नौबत ना आए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आपदा के बाद सरकार और प्रशासन अपने स्तर पर जांच करके मुआवजे की घोषणा करती है, ऐसे में व्यापार मंडल पहले भी 30 जुलाई को मुआवजे की मांग कर चुका है।
व्यापार मंडल प्रधान ने 30 जुलाई को सरकार से मांगा था मुआवजा—देखें वीडियो