आदमपुर,
अपनी मातृभूमि के सम्मान और अपनी मातृभाषा के प्रयोग में कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए। मातृभाषा सदैव मनुष्य को सम्मान दिलाती है। यदि हम अपनी और राष्ट्र की तरक्की चाहते हैं तो हमें गर्व के साथ अपनी मातृभाषा हिन्दी का प्रयोग करना चाहिए। यह बात शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में चैयरमेन पपेन्द्र ज्याणी ने कही।
प्रिंसीपल राजेन्द्र ने कहा कि भाषा हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती है। हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी विश्व में चैथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसलिए हमें अन्य भाषाओं का मोह छोड़कर हिन्दीभाषी होने में गर्व महसूस करना चाहिए।
इस दौरान विद्यार्थियों परमीत, मोक्षिका ने हिन्दी के महत्व को दर्शाते हुए अपनी बात रखी। स्कूल अध्यापक मनोज शास्त्री और सुनीता सिंवर ने इस मौके पर अपने शब्दों में हिन्दी भाषा की महिमा बताई। साथ ही स्कूल में कक्षा 6 से 12 के लिए एक निबंध लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने हिन्दी भाषा के बारे में अनेक रोचक जानकारियों के साथ अपने विचार कागज पर रखे। इस स्पर्धा के निर्णायक मंडल में अध्यापक मनोज शास्त्री, सुनीता सिंवर, विद्या और मोनू शास्त्री शामिल थे।
निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रिंसी, सुमिष्ता, कुसुम, यशिका, सुहानी सहाय, तमन्ना, महक, नरजोन, रविना तथा उजाला प्रथम रहे। हिमांशु, कनिका, यश्मिता, गुनगुन, साहिल, महक व शिक्षा स्वामी द्वितीय रहे। आर्यन, योगिता, परमीत, चेतना, खुशबू, तानिया व मनीश तृतीय स्थान पर रहे।
हिन्दी अध्यापक मनोज शास्त्री ने बताया कि आगामी दिनों को हिंदी पखवाड़े के रुप में मनाया जाएगा। इस दौरान हिन्दी भाषा की कविता, भाषण, दोहा और लेखन जैसी स्पर्धाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा।