ज्ञापन में वर्करों ने रखी अनेक मांगे
हिसार,
स्कीम वर्करों, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर व मिड डे मील वर्करों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन व हड़ताल की अध्यक्षता मिड डे मील की जिला प्रधान सुनीता काबरेल, आंगनवाड़ी की जिला उपप्रधान कृष्णा जांगड़ा व आशा वर्कर की जिला प्रधान सीमा देवी ने संयुक्त रूप से की जबकि संचालन सीटू जिला सह सचिव कृष्णा शर्मा ने किया।
तीनों स्कीम वर्करों को संबोधित करते हुए जिला प्रधान कामरेड देशराज व जिला सचिव कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि तीनों स्कीम वर्करों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल बहुत ही मजबूत है। हड़ताल में मुख्य मांग न्यूनतम वेतन 24 हजार रुपये घोषित करने, कर्मचारी का दर्जा देने, बिना कारण के हटाई गई वर्करों को ड्यूटी पर लेने, रिटायरमेंट पर एक कर्मचारी की तरह पेंशन को लागू करने, बैगार प्रथा पर रोक लगाने, कोरोना के दौरान मृत्यु होने पर 50 लाख रुपए मुआवजा देने, मजदूर विरोधी चारों लैबर कोड वापिस लेने, किसान मजदूर विरोधी तीनों कृषि कानून वापस लेने, बरसात से खराब हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा देने की मांगे रखी गई। दोनों वक्ताओं ने बताया कि मेहनतकश लोगों के लिए तो पैसा नहीं और बड़े पूंजीपतियों के लाखों-करोड़ों रुपए सरकार माफ किए जा रही हैं। यही नहीं, एक-एक करके सरकारी महकमे बड़े पूंजीपतियों के हवाले किए जा रहे हैं जबकि रोजगार के साधन सरकारी महकमे ही है।
हड़ताल के चलते ये सभी वर्कर एचएयू के चार नंबर गेट पर एकत्रित हुई और बरसात में भीगते हुए लघु सचिवालय के समक्ष जुलूस के रूप में पहुंची। वहां पर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर हरदेई, बिमला, मिड डे मील सीपीएम के शहर सचिव सुरेश जांगड़ा, आशा वर्कर नेता कमलेश उकलाना व अनीता हिसार आदि सैंकड़ों वर्करों ने भाग लिया।