किसान आंदोलन के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन
हिसार,
किसान आंदोलन के समर्थन में और सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में केंद्रीय कमेटी सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर ब्लॉक हिसार सर्व कर्मचारी संघ ने आज निजीकरण विरोधी दिवस मनाया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता ब्लॉक प्रधान सुरेंद्र मान ने की तथा मंच संचालन संयुक्त रूप से विनोद प्रभाकर व देशराज वर्मा ने किया। प्रदर्शन के माध्यम से विभिन्न संगठनों के कर्मचारियों ने शहर में प्रदर्शन में हिस्सा लेकर किसान आंदोलन का समर्थन किया।
इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार का ध्यान केवल निजीकरण और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने तक सीमित है। केंद्र सरकार देश की आज जनता की खून-पसीने की गाढ़ी कमाई से बनी सरकारी संपत्तियों को कौडिय़ों के भाव पूंजीपतियों को बेच रही है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून देश की कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने वाले हैं। सरकार का उद्देश्य किसानों की आय दोगुना करने की बजाय उनको पूंजीपतियों का गुलाम बनाने का है। सरकार निजीकरण के माध्यम से देश की आम व गरीब जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित करना चाहती है।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कर्मचारी वर्ग पुरानी पैंशन स्कीम बहाली की मांग को लेकर लंबे समय से आवाज उठा रहा है, लेकिन उसकी आवाज को अनसूना किया जा रहा है। मजदूर वर्ग पर लेबर कोड में बदलाव कर पूंजीपतियों के हक में बना दिया गया है और मजदूर वर्ग के हितों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि आज समय आ गया है कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष कर सरकार को इन नीतियों को वापस लेने के लिए मजबूर करना होगा।
प्रदर्शन को सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव नरेश गौतम, सह सचिव अशोक सैनी, वरिष्ठ उपप्रधान राजेश बागड़ी, अध्यापक संघ के जिला सचिव पवन कुमार, ब्लॉक हिसार के वित्त सचिव विनोद प्रभाकर, ओमप्रकाश माल, मनुज बामणिया, बिशन सिंह, रमेश शर्मा, जगमिंदर पूनिया, सुरेंद्र सैनी, सुरेंद्र फौजी, विनोद फौजी, दीपक कुमार, सुनील कांगड़ा, सुरेश रोहिल्ला, दलीप सोनी, रोडवेज से राजकुमार चौहान, महासंघ के जिला प्रधान अमृत शर्मा, ऐटक से एमएल सहगल व नरेश गोयल, एआईटीयूसी के मेहर सिंह बांगड़, इंटक से कृष्ण नैन आदि कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया।