हिसार

आदमपुर बर्बादी के मुहाने पर, इंद्र की नराजगी पड़ रही भारी

मंगलवार को फिर आई अमंगलकारी बरसात, आदमपुर बना तलाब

आदमपुर,
कोरोना काल के चलते मंदी की मार से उभर रहे आदमपुर में इस साल बरसात ने लगातार तांडव मचा रखा है। जलभराव के कारण पहले व्यापारियों को करोड़ों नुकसान हुआ फिर किसानों की खड़ी फसल तबाह हो गई। अब यहां पर एक नई आफत देखने को मिल रही है। बरसात के कारण धरती का जलस्तर काफी ऊंचा पहुंचने से अब घरों की नींव दरकने लगी है। बेसमेंट्स में पानी भरने लगा है।

इसी कड़ी में मंगलवार को सुबह एक बार फिर बरसात हुई। इस बरसात से आदमपुर में बर्बादी का अगला अध्याय आरंभ हो गया। अनाज मंडी में दुकानों में सेम आ गई। मेन बाजार, बोगा मंडी, जवाहर नगर, कपड़ा मार्केट, एडिशनल मंडी, लेडिज मार्केट सहित कई क्षेत्रों में सेम के कारण बेसमेंट्स में पानी भर गए। इन क्षेत्रों में कई प्रतिष्ठानों व घरों की नींव भी दरक गई। इससे दिवारों में दरार आ गई है। फर्श टूटने लगे है।

हालात इतने खराब होने लगे है कि पुराने मकानों को लेकर लोग चिंतित नजर आने लगे है। वहीं नए बने मकानों में भी सेम के पानी के कारण दरारे आने का खतरा काफी बढ़ गया है। जनस्वास्थ्य विभाग से लोगों को काफी शिकायत है। विभाग के अधिकारियों द्वारा जलनिकासी के प्रबंध को ठीक से न संभाल पाने के कारण आदमपुर बर्बादी के मुहाने पर पहुंचा है। यदि विभाग के अधिकारी सरकार द्वारा छोड़े गए सिवरेज लाइन के टेंडर पर ठेकेदार से समय पर काम करवा लेते तो आदमपुर में ऐसी नौबत नहीं आती।

वहीं दूसरी तरफ किसानों की बात की जाएं तो एक बार फिर आज आई बरसात ने किसानों की बची—खुची उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया। अब किसानों को किसी प्रकार की कोई उम्मीद बची ही नहीं है। कपास, ग्वार और मूंग तो गल—सड़कर खाद में तबदील होने लगे हैं।

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