हिसार

आंगनवाड़ी महिलाओं का धरना जारी, आंदोलन तेज करने की चेतावनी

वर्ष 2018 का समझौता लागू करने व केन्द्र निजी एनजीओ को सौंपने का विरोध

हिसार,
आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्लेवे स्कूलों के नाम पर निजी एनजीओ को सौंपने के विरोध में तथा वर्ष 2018 में किया गया समझौता लागू करवाने की मांग पर लघु सचिवालय के समक्ष आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर यूनियन का धरना 11वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता राजबाला सहारन ने की जबकि कमलेश बूरा व अंजना शर्मा ने संचालन किया। आंगनवाड़ी महिलाओं ने धरने के दौरान नारेबाजी करके रोष जताया।
कमलेश बूरा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के लिए बड़े शर्म की बात है कि देश की बेटियां और मांए सडक़ पर धक्के खाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी महिलाओं को सरकार की योजनाओं के अनेक महत्वपूर्ण काम सौंप दिए जाते हैं लेकिन उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने से सरकार पीछे हट रही है। जो सुविधा एक कर्मचारी को मिलती है वो हमें भी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 का समझौता सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया और ऊपर से आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्लेवे स्कूलों के नाम पर निजी एनजीओ को सौंपा जा रहा है, जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी महिलाएं निजी एनजीओ के नीचे काम नहीं करेंगी। यदि सरकार अब भी नहीं समझी तो हमारी यूनियन आंदोलन और तेज करने को मजबूर होगी। इस अवसर पर आंगनवाड़ी महिलाओं ने धरने पर बैठे किसानों का समर्थन किया और साथ ही कहा कि कई संगठन ऐसे हैं जो हमारी बहनों को बहकाकर अपना उल्लू सीधा करने मे लगे हैं जो बड़े ही शर्म की बात है।
धरने पर उपरोक्त के अलावा हिसार-2 शाहपुर से किरण, सरोज, सुमित्रा, उर्मिला, इंद्रा, प्रमिला, दर्शना, हिसार-1 बालावास से प्रमिला, तारो भोजराज, नंदो, बालावास से पूनम, हांसी-1 से शेखपुरा से अरुणा, ओमपति, नीलम, सरिता, सुधा, बाला, बरवाला अर्बन से सुदेश ब बधावड राजकुमारी, वैदकोर, उषा देवी, उषा मलिक, राजबाला, कृष्णा, कमलेश, हिसार अर्बन से पार्वती, संतोष, राजपति, निशा, शशि, सरला, निर्मला, नीलम, सविता व मीरा आदि मौजूद रही।

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