आदमपुर गांव के पूर्वी पाना में जांभाणी हरिकथा का शुभारंभ
पृथ्वी सिंह गिला ने जांभाणी साहित्य संस्कार परीक्षा का प्रश्नपत्र व उनके उत्तर गुरु जी को दिए
आदमपुर,
आदमपुर गांव के पूर्वी पाने में आज जांभाणी हरिकथा आरंभ हुई। स्वामी राजेन्द्रानंद ने पौधारोपण करके कथा का शुभारंभ किया। पर्यावरण प्रेमी पृथ्वी सिंह के गिला ने स्वामी राजेंद्रानंद से पौधारोपण करवाया।
इस अवसर पर स्वामी राजेन्द्रानंद बच्चों के संस्कार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि माता—पिता अपने बच्चों के लिए धन छोड़कर जाए या ना जाए लेकिन बच्चों को संस्कारवान करके अवश्य जाएं, तभी उनका जीवन सफल हो पाएगा। उन्होंने पौधारोपण की महता पर प्रकाश डाला और कहा कि अधिक से अधिक पौधारोपण से ही पर्यावरण सुरक्षा हो सकती है। जब धरती पर वृक्ष होंगे तभी पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कथा में उपस्थित पर्यावरण प्रेमी पृथ्वी सिंह गिला की पौधारोपण के प्रति लग्न की भरपूर सराहना की और कल होने वाली जांभाणी साहित्य संस्कार परीक्षा के बारे में भी अधिक से अधिक बच्चों को लाने का आह्वान किया। पृथ्वी सिंह गिला ने जांभाणी साहित्य संस्कार परीक्षा का प्रश्नपत्र व उनके उत्तर गुरु जी को दिए। उन्होंने घोषणा की कि कल ज्यादा से ज्यादा बच्चे आकर यह परीक्षा दे और सभी अभिभावकों से भी कहा कि आप अपने बच्चों को यह प्रश्न याद करवाएं।
इस अवसर पर राजाराम खिचड़, अतर सिंह ज्याणी, सरपंच कृष्ण बैनीवाल, पूर्व सरपंच संजय ज्याणी, भूप सिंह थालोड़ डीएमईओ, ठेकेदार शेर सिंह खदाव, बंसीलाल राहड़, कृष्ण धतरवाल, पृथ्वी सिंह खिचड़, मनोहर लाल गोदारा व छबीलदास मास्टर सहित व बहुत से गणमान्य लोग उपस्थित थे।