बसंत पंचमी
बसंत पंचमी आई है लेकर नई बहार ।
सबका ही जीवन रहे,
सदा गुलो गुलज़ार।।
शांति व अनुशासन हो,
कायम रहे ईमान ।
मेहनत की सब रोटी खाएं,
रहे न भ्रष्टाचार।।
अपना अपना धर्म निभाएं, सत्ता के अधिकारी ।
चोरी, डाका, छीना—झपटी सब रोके सरकार।।
—एडवोकेट बनवारीलाल बिश्नोई,
पूर्व निदेशक अभियोजन विभाग हरियाणा
मोबाइल नंबर 9467297883