हिसार

एलआईसी की परिसम्पत्ति पर कारपोरेट घरानों की नजर : त्रिलोक बंसल

एलआईसी आईपीओ के विरोध में बीमा कर्मचारियों ने किया रोष प्रदर्शन

हिसार,
ऑल इंडिया इन्शोरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के आह्वान पर भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रस्तावित आईपीओ के विरोध में शुक्रवार को दोपहर भोजनावकाश के दौरान अर्बन इस्टेट स्थित एलआईसी कार्यालय के समक्ष दोनों शाखाओं के बीमा कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया। रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से हिसार स्थित दोनों शाखाओं के प्रधान त्रिलोक बंसल व कृष्ण कुमार ने की तथा संचालन सचिव सुरेन्द्र पुनिया व मुकेश कुमार ने किया।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रधान त्रिलोक बंसल कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार एलआईसी जैसी बेहतरीन सार्वजनिक संस्थान को आइपीओ के माध्यम से निजीकरण की तरफ धकेलने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जो भाजपा विपक्ष में रहते एलआईसी के वर्तमान स्वरूप को बनाए रखने की पक्षधर थी, वहीं सत्तासीन होने के बाद न केवल एलआईसी के शेयर बेचने पर उतारू हैं बल्कि विदेशियों को भी शेयरो में 20 प्रतिशत निवेश की छूट दे दी है। उन्होंने सवाल किया कि देश- विदेश में एलआईसी की जो साख है उसकी कीमत कैसे लगाई जा सकती है। उन्होने कहा कि भारतीय रेलवे के बाद एलआईसी देश की जमीनी संपति में सबसे बड़ी मालिक है। एलआईसी के पास कुल 38 लाख करोड की परिसंपति है जिस पर बड़े कारपोरेट घराने नजर लगाए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि बीमा कर्मचारी सरकार के एलआईसी को कमजोर करने का हर कदम का कड़ा विरोध करेगें। उन्होंने बताया कि 5 मार्च शनिवार को एलआईसी आईपीओ के खिलाफ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना लगाकर विरोध जताया जाएगा। इसी कड़ी मे देशभर के बीमा कर्मचारी 28-29 मार्च को ट्रेड यूनियन के आह्वान पर होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल मे शामिल होंगे। त्रिलोक बंसल ने कहा कि जिस दिन आइपीओ आएगा उस दिन हड़ताल करके बीमा कर्मी अपना विरोध जताएंगे।

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