सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला हिसार जिला कार्यकारिणी की मीटिंग का आयोजन
हिसार,
सर्व कर्मचारी संघ जिला कार्यकारिणी की सर्व कर्मचारी संघ कार्यालय में जिला प्रधान सुरेन्द्र यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक का संचालन जिला सह सचिव अशोक सैनी ने किया। बैठक में जिले के सभी ब्लॉकों के प्रधान, सचिव व कोषाध्यक्ष तथा विभागीय संगठनों के जिला व यूनिट स्तर के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में सर्वप्रथम यूक्रेन में दो छात्रों की मौत पर तथा सडक़ दुर्घटनाओं का शिकार हुए तथा सीमाओं पर शहीद हुए जवानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रधान सुरेंद्र यादव व सचिव नरेश गौतम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि आम बजट में हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों को निराश किया करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जब राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़ एवं अन्य कुछ प्रदेश सरकारों ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया है तो हरियाणा सरकार क्यों नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि विभागों में बहुत बड़ी संख्या में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पक्का करने की कोई नीति नहीं बनाई, श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाएं जैसे ईपीएफ खाते खोलना, ईएसआई कार्ड जारी करना, साप्ताहिक अवकाश, आकस्मिक अवकाश प्रदान करना, हर महीने 7 तारीख से पहले वेतन का भुगतान करना, विभागों में खाली पड़े पदों पर स्थाई भर्तियां करना, तकनीकी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान देना, लिपिक वर्ग के लिए 34 हजार 500 का वेतनमान लागू करना, समान काम-समान वेतन का फैसला लागू करने सहित कर्मचारियों की तमाम मांगों पर मीटिंग में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के माध्यम से आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन की जारी हड़ताल, मिड डे मील, आशा वर्कर सहित किसान, कर्मचारियों, मजदूरों के आंदोलन का समर्थन किया गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर 11 मार्च को सभी ब्लॉकों में बैठक की जाएगी। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों में सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर भारी रोष है जिसके चलते 28-29 मार्च की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल ऐतिहासिक होगी। बैठक में जिला सचिव नरेश गौतम, जिला कोषाध्यक्ष पवन कुमार, हितेंद्र सिहाग, ओमप्रकाश माल, सुरेश मोंगिया, विकास गौतम, राकेश मंडा, अभयराम फौजी, रामफल शिकारपुर, राजकुमार, अरुण यादव, राजबीर सिंह, रामफल, तुलसी राम, रमेश शर्मा, रमेश कुमार, रामसूरत, दीपक लोट, विकास गोस्वामी, सूरत सिंह, अशोक शर्मा, रमेश फौजी, अनिल कुमार, परमजीत, त्रिलोक शर्मा व मोहम्मद इशाक आदि कर्मचारी नेताओं ने भी अपने विचार रखे।