हिसार

आंदोलन विस्तार मोर्चा ने धरनास्थल पर शहीदों को किया नमन

हिसार,
तीन कृषि कानूनों को वापिस करवाने व एमएसपी को बाध्यकारी कानून बनवाने की मांग पर किसानों के समर्थन में पारिजात चौक पर आंदोलन विस्तार मोर्चा की ओर से चलाए जा रहे धरने पर आज शहीदी दिवस मनाया गया। धरने को संबोधित करते हुए नरेंद्र मलिक ने बताया कि राजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह ने जिन पूंजीवादी नीतियों के विरोध में शहादत दी, वर्तमान भाजपा सरकार उन्हीं पूंजीपतियों को देश बेचने पर उतारू है और किसान-मजदूर को बर्बाद करने पर तुली है। राधा सहलग व सुमन जाखड़ ने कहा कि आज शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम सभी शहीदों की विचारधारा को लागू करवाने के लिए संघर्षरत किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन को मजबूत करें।
रविन्द्र पानू ने कहा कि किसान आंदोलन में अब तक 200 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं लेकिन भाजपा सरकार का रवैया अंग्रेजी सरकार से भी ज्यादा क्रूर है लेकिन किसानों का संकल्प है कि जब तक काले कृषि कानून वापिस नहीं होंगे और एमएसपी पर बाध्यकारी कानून नहीं बनेगा तब तक सडक़ों पर रहेंगे और आंदोलनरत रहेंगे। धरने पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने वालों में बाबा कृष्ण पाली, राजेन्द्र यादव, प्रशांत, राजेन्द्र यादव, डॉ. महावीर शर्मा, अजय खुराना सहित अनेक लोग शामिल रहे।

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