हरियाणा हिसार

मांगों की सहमति लागू न करके वादाखिलाफी कर रही सरकार : सांझा मोर्चा

गेट मीटिंग में सरकार पर लगाए आरोप, एक जून से चलेगा हस्ताक्षर अभियान

8 जून को विभाग के एसीएस से मिलेगा सांझा मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल

हिसार,
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार पिछले दिनों सांझा मोर्चा के साथ हुई मांगों की सहमति लागू न करके वादाखिलाफी कर रही है। सांझा मोर्चा ने कहा कि ऐसी हालत में सरकार के खिलाफ सांझा मोर्चा के कार्यक्रमों को और तेज गति से सिरे चढ़ाया जाएगा।
इस संबंध में सांझा मोर्चा की ओर से हिसार डिपो प्रांगण में गेट मीटिंग की गई। गेट मीटिंग में राज्य की ओर से रमेश श्योकंद, सरबत पूनिया, दलबीर किरमारा, दीपक बल्हारा, दीपक रंगा व सुरेश सैनी ने हिस्सा लिया। गेट मीटिंग की संयुक्त अध्यक्षता डिपो प्रधान राजबीर दुहन, रामसिंह बिश्नोई, राजकुमार चौहान, अमित, नरेन्द्र खरड़ व अनूप सातरोड ने की जबकि सूरजमल पाबड़ा ने मंच संचालन किया। गेट मीटिंग में विचार रखते हुए मोर्चा के राज्य नेताओं ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी से कर्मचारी वर्ग में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार परिवहन विभाग का निजीकरण करना चाहती है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी एक से 22 जून तक हस्ताक्षर अभियान चलाकर जनता को जागरूक किया जाएगा और बताया जाएगा कि जनहित के इस विभाग का निजीकरण करके सरकार जनता को सस्ती व आरामदायक सेवा से वंचित करने का प्रयास कर रही है। उन्होेंने कहा कि जनता को निजीकरण के नुकसान से अवगत करवाया जाएगा क्योंकि सरकार एक—एक करके जनता को सरकारी सुविधा से वंचित करना चाहती है, जो एक गंभीर मसला है।
सांझा मोर्चा नेताओं ने कहा कि 8 जून को सांझा मोर्चा का विशेष प्रतिनिधिमंडल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव से मिलकर उन्हें कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं से अवगत करवाएगा। इसके अलावा सांझा मोर्चा की ओर से लिए गए फैसले के अनुसार कार्यक्रम निरंतर चलते रहेंगे। उन्होंने आम जनता, कर्मचारी वर्ग एवं छात्र वर्ग से अपील की कि वे विभाग को बचाने की मुहिम का हिस्सा बनें और हस्ताक्षर अभियान व रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन में शामिल होकर इसे सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि अब ये लड़ाई रोडवेज कर्मचारियों की न होकर आम जनता व छात्र वर्ग की बन गई है क्योंकि यदि सरकार इस विभाग के निजीकरण में कामयाब हो गई तो सबसे ज्यादा नुकसान छात्र वर्ग को झेलना पड़ेगा। सांझा मोर्चा नेताओं ने सरकार से मांग की कि विभाग के बेड़े में 10 हजार बसें शामिल करें ताकि आम जनता व छात्र वर्ग को पर्याप्त मात्रा में बस सुविधा व बेरोजगारों को स्थाई रोजगार मिल सके। गेट मीटिंग को राजबीर बुडाना, सुभाष दनौदा, आत्माराम व सोनू मोर ने भी संबोधित किया।

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