नई दिल्ली
बीएसपी नेता मुनव्वर हसन और उनके पूरे परिवार की हत्या के केस में मुख्य आरोपी बंटी से पूछताछ में कई चौंकानेवाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार बुराड़ी में मुनव्वर समेत 6 हत्याओं को सुनियोजित तरीके से अंजाम देने वाले बंटी को मर्डर का आइडिया अजय देवगन की फिल्म दृश्यम देखने के बाद आया। उसने फिल्म में दिखाए गए तरीके से ही हत्याओं को अंजाम दिया। फिर बचे हुए सबूतों को मिटाने और खुद को पुलिस से बचाने के लिए वह उन तमाम तरीकों का इस्तेमाल करता रहा जो फिल्म में दिखाए गए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बंटी ने फिल्म दृश्यम एक या दो बार नहीं, बल्कि पांच बार देखी। पहली बार मल्टीप्लेक्स में उसने यह फिल्म देखी। वहीं से फिल्म के तमाम सीन और आइडिया उसके दिमाग में लगातार घूमते रहे। उसके बाद टीवी पर कई बार फिल्म दृश्यम आई। प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में बैठकर वह इस फिल्म को जरूर देखता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बंटी इस फिल्म में अपराधी को हत्या के बाद सबूत छुपाने के नए-नए तरीके ईजाद करते देखता था। बंटी ने फिल्म की ही तर्ज पर हत्या की पूरी प्लानिंग की। बंटी को इसका भी अहसास था कि पुलिस सबसे पहले मोबाइल लोकेशन का पता लगाती है। यही वजह रही कि उसने मेरठ में इशरत और उनकी दोनों बेटियों आरजू और आर्शी के मर्डर के दौरान अपने पास न मोबाइल रखा और न ही किसी कॉन्ट्रैक्ट किलर को रखने दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बंटी को इस बात का पक्का यकीन था कि परिवार का हमदर्द और सबसे करीबी होने की वजह से उस पर किसी का शक नहीं जाएगा।
20 और 21 अप्रैल को मुनव्वर की पत्नी और चारों बच्चों की हत्या के बाद वह कोर्ट में परोल के लिए इसलिए पैरवी करता रहा, क्योंकि उसने 3 लाख रुपये में दो कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर किए थे। गिरफ्तार आरोपियों में बंटी और उसका दोस्त दीपक, कॉन्ट्रैक्ट किलर फिरोज और जुल्फिकार हैं।
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