सहारनपुर
सरकार बदलने के बाद भी यूपी जातिय तनाव से बाहर नहीं पाया है।
सहारनपुर में ठाकुरों और दलितों के बीच हिंसा जारी है। बुधवार सुबह सहारनपुर के जनकपुरी में जनता रोड पर एक शख्स को गोली मार दी गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़गांव में भी दो लोगों को नकाबपोशों ने गोली मारी। दोनों सड़क पर पड़े मिले। बताया जा रहा है कि गोली लगने से घायल दोनों शख्स प्रजापति जाति से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस का कहना है कि इस घटना को दलित समुदाय के लोगों ने अंजाम दिया। जबर्दस्त तनाव को देखते हुए पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। एसएसपी सुभाषचंद्र दुबे ने बताया कि सहारनपुर में हिंसा में अब तक 24 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
इस बीच राज्य सरकार ने हिंसा में मारे गए आशीष के परिजनों को 15 लाख और सभी घायलों को 50 हज़ार रुपये देने की घोषणा की है। एसएसपी सहारनपुर सुभाषचंद्र दुबे ने की इस बात की पुष्टि। मंगलवार को मायावती के कार्यक्रम से लौट रहे आशीष की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।CM योगी ने जातीय हिंसा और तनाव के हालात पर कंट्रोल करने के लिए बड़े अफसरों की टीम सहारनपुर भेज दी है। मंगलवार रात चार बड़े अफसर लखनऊ से रवाना किए गए।पिछले तीन हफ्तों में चौथी बार सहारनपुर में जातिगत हिंसा हुई है। मंगलवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती सहारनपुर दौरे पर गई थीं। उनके दौरे के बाद वहां फिर हिंसा भड़की और शब्बीरपुर से लौट रहे बीएसपी कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर जाति विशेष के लोगों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 6 लोग घायल हो गए थे।
मंगलवार को चंदपुरा में रोक कर राजपूतों ने दलितों से मारपीट की थी और गोलियां चलाई थीं। कुछ लोगों को तलवार से घायल कर दिया गया था। इलाके में तनाव पसरा हुआ है, घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।