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AAP पर लगाया चंदे की आड़ में कालेधन को सफेद करने का आरोप

नई दिल्ली
पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर आम आदमी पार्टी की फंडिंग के लिए कालेधन के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। AAP के खिलाफ अनशन कर रहे कपिल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर दावा किया कि AAP को मिलने वाले चंदे की जानकारी को चुनाव आयोग, पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों से छुपाया गया। साथ ही कपिल ने यह दावा भी किया कि AAP के विधायक शिवचरण गोयल ही कई फर्जी कंपनियों के जरिए AAP को चंदा दे रहे थे जिसकी जानकारी केजरीवाल को भी थी। कपिल के मुताबिक AAP को चंदा देने वाली सभी कथित फर्जी कंपनियां आपस में जुड़ी हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी के दौरान एक्सिस बैंक की जिस ब्रांच पर छापे पड़े थे, AAP का मिलने वाला सारा चंदा उसी ब्रांच में था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के आखिर में कपिल बेहोश हो गए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कपिल के साथ एक और शख्स मौजूद था जिसका नाम कपिल ने नील बताया। कपिल ने कहा कि नील ने ही AAP आदमी पार्टी को मिलने वाले फंड की जांच की है। प्रोजेक्टर पर इस कथित घोटाले से जुड़े दस्तावेज दिखाते हुए कपिल ने दावा किया कि साल 2013-14 और साल 2014-15 में मिलने वाले करोड़ों के चंदे को चुनाव आयोग और इनकम टैक्स विभाग से छुपाया। साथ ही पार्टी वेबसाइट पर भी गलत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि लगातार तीन साल तक AAP चंदे की आड़ में कालेधन को सफेद कर रही थी। कपिल ने इसे ‘देश से धोखा’ करार दिया।

साल 2014 के दस्तावेज दिखाते हुए कपिल ने कहा, ‘केजरीवाल के साथ रहने वाले लोगों ने ही फर्जी कंपनियां बनाईं। AAP विधायक शिवचरण गोयल का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि उनकी चार कंपनियां हैं जो फर्जी हैं और उसी ने AAP को करोड़ों रुपये का चंदा दिया। साथ ही ऐसी 16 फर्जी कंपनियां हैं जिन्होंने AAP को एक साथ रात को 12 बजे डोनेशन दिया। इनमें से ज्यादातर के बैंक अकाउंट एक्सिस बैंक की उसी कृष्णानगर ब्रांच में है जहां नोटबंदी के दौरान छापे पड़े थे। कपिल ने कहा, ‘नोटबंदी के दौरान केजरीवाल क्यों परेशान थे, यह लोगों को अब समझ में आ रहा होगा। इन सारी कंपनियों के चंदे को चुनाव आयोग से छिपाया गया। सभी फर्जी कंपनियों का चार्टर्ड अकाउंटेंट एक ही है जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने अरेस्ट भी किया है। सभी कंपनियों के डायरेक्टर भी आपस में जुड़े हुए हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह सबकुछ हवाला कारोबार के जरिए किया गया।

कपिल ने एक्सिस बैंक के कई ऐसे चेक्स दिखाए जिनमें तारीख नहीं लिखी थी। उन्होंने दावा किया कि लाखों, करोड़ों के ये सभी चेक्स उन्हीं फर्जी कंपनियों के हैं जिनका भुगतान भी आम आदमी पार्टी को कर दिया गया है। उन्होंने इशारों में कहा कि इसमें एक्सिस बैंक की भी मिलीभगत हो सकती है क्योंकि नोटबंदी के दौरान कालेधन से जुड़े सबसे ज्यादा मामले इसी बैंक के सामने आए थे।

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