परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-643 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-643Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 28, 2025August 28, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—642 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—642Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 27, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—641 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—641Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 26, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—640 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—640Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 25, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 639 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 24, 2025
धर्मस्वामी राजदास : कर्म और फलJeewan Aadhar Editor DeskDecember 14, 2017 December 14, 2017 एक समतल भूमि है..दूर दूर तक भूमि समतल है लेकिन उसमें एक जगह गढ्ढा है। अब आप यह सत्य जानने की कोशिश कीजिये कि गड्ढा...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-78Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 14, 2017February 5, 2024 December 14, 2017February 5, 2024 राजा जरासन्ध ने मथुरा पर 17 बार चढ़ाई की और हर बार पराजित हुआ। 18वीं बार पुन: चढ़ाई करने के समय पण्डितों को,ब्राह्मणों को बुलाया...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—15Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 13, 2017 December 13, 2017 जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे। जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार...
धर्मओशो : मूल्य के पारJeewan Aadhar Editor DeskDecember 13, 2017 December 13, 2017 रवीन्द्रनाथ ने छह हजार गीत लिखे हैं। जब वे एक गीत बनाते हैं, जब गीत बनता था, उतरता था, तो वे द्वार-दरवाजे बन्द कर लेते...
धर्मस्वामी राजदास :संत का स्वभावJeewan Aadhar Editor DeskDecember 13, 2017 December 13, 2017 संतों का चरित्र कपास के चरित्र (जीवन) के समान शुभ है, जिसका फल नीरस, विशद और गुणमय होता है। कपास की डोडी नीरस होती है,...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—77Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 13, 2017February 4, 2024 December 13, 2017February 4, 2024 एक बार राजा जनक की सभा में मुनि अष्टावक्र जी पधारे। पंडितों से ज्ञानी सन्त महात्माओं से सभा भरी हुई थी। ज्योंहि सबकी दृष्टि अष्टाव्रक...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—14Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 12, 2017 December 12, 2017 जो सदा सदाचार में प्रवृत्त,जितेन्द्रिय और जिन का वीर्य अध:स्खलित कभी न हो उन्ही का ब्रहा्रचर्य सच्चा और वे ही विद्वान होते हैं। इसलिये शुभ...
धर्मओशो : सन्यासJeewan Aadhar Editor DeskDecember 12, 2017 December 12, 2017 मैंने सुना है कि एक सर्जन ऑपरेशन कर रहा था। अपेन्डिक्स निकाली। बड़ा कुशल कारीगर था। उसके विद्यार्थी,उसके शिष्य, उसके मित्र सब किनारे खड़े होकर...
धर्मस्वामी राजदास : सहनशक्ति का राजJeewan Aadhar Editor DeskDecember 12, 2017 December 12, 2017 एक संत के जीवन में बहुत कष्ट आए पर उसके मन में कभी क्रोध नहीं आया। लोग उसे गालियां देते, पर वह हंसता रहता। एक...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—76Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 12, 2017February 3, 2024 December 12, 2017February 3, 2024 संकट के समय में आपसी वैर-भाव को भूल जाओ और सब मिलकर आई हुई मुसीबतों का सामना करो तो विजय निश्चित तुम्हारी होगी। यदि यह...