परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—514 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—514Jeewan Aadhar Editor DeskApril 21, 2025April 21, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—513 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—513Jeewan Aadhar Editor DeskApril 20, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—512 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—512Jeewan Aadhar Editor DeskApril 19, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—511 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—511Jeewan Aadhar Editor DeskApril 18, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—510 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—510Jeewan Aadhar Editor DeskApril 17, 2025April 17, 2025
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—84Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 20, 2017February 12, 2024 December 20, 2017February 12, 2024 सच्चा संत वही है जो किसी क्षण परमात्मा को नहीं भूलता और प्रेम पाश से हृदय के साथ परमात्मा को बांधे रखता है। अन्तिम उपदेश...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—21Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 19, 2017 December 19, 2017 राजा और राजसभा अलब्ध की प्राप्ति की इच्छा,प्राप्त की प्रयत्न से रक्षा करे रक्षित को बढ़ावे और बढ़े हुए धन को वेदविद्या,धर्म का प्रचार,विद्यार्थी वेदमार्गोपदेशक...
धर्मओशो : परमात्मा मौलिक हैJeewan Aadhar Editor DeskDecember 19, 2017 December 19, 2017 जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे। इस दुनिया में...
धर्मस्वामी राजदास : श्रद्धा और भक्तिJeewan Aadhar Editor DeskDecember 19, 2017 December 19, 2017 श्रद्धा और भक्ति में बड़ा मामूली अंतर है। कभी-कभी तो यह लगता है कि दोनों आपस में दूध-पानी की तरह इस प्रकार घुल गए हैं...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से -83Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 19, 2017February 10, 2024 December 19, 2017February 10, 2024 विनाशकाले विपरीत बुद्धि: के अनुसार यदुवंशियों को कुछ समझ में नहीं आया। एक बार सन्तों का आगमन हुआ। आदर सत्कार करना तो दूर,शराब के नशे...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—20Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 18, 2017 December 18, 2017 राजा और राज्यसभा के सभासद् तब हो सकते हैं कि जब वे चारों वेदों की कर्मापासना ज्ञान विद्याओं के जाननेवालों से तीनों विद्या सनातम दण्डनीति...
धर्मओशो : सारे उपद्रव ठहर जाते हैJeewan Aadhar Editor DeskDecember 18, 2017 December 18, 2017 समेर का वृक्ष न देखा। समेर का फूल है संसार। उड़ जाती है कभी भी रूई। ऐसा ही संसार बिखर जाता है। हम बना भी...
धर्मस्वामी राजदास : शत्रु पर विश्वास मत करोJeewan Aadhar Editor DeskDecember 18, 2017 December 18, 2017 आचार्य चाणक्य ने कहा है कि समाज में रहते हुए व्यक्ति के कई मित्र होते है तो कई शत्रु भी होते है। जो व्यक्ति स्वयं...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—82Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 18, 2017February 9, 2024 December 18, 2017February 9, 2024 लक्ष्मी को पाकर उसका सदुपयोग करना सबके वश की बात नहीं है। माया के साथ अनेक प्रकार की बुराईयाँ इन्सान में पनप जाती है। ऐश्वर्य,सम्पति...
धर्मसत्यार्थ प्रकाश के अंश—19Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 17, 2017 December 17, 2017 सब सेना और सेनापतियों के ऊपर राज्याधिकार,दण्ड देने की व्यवस्था के सब कार्यो का आधिपत्य और सब के ऊपर वर्तमान सर्वाधीश राज्यधिकार इन चारों अधिकारों...