चंडीगढ़,
बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। इस बैठक में बढ़ते प्रदूषण से कैसे निपटा जाए इस पर चर्चा हुई। बैठक में हरियाणा सरकार ने एक रिपोर्ट दिखाई जिसमें पराली को जलाने से रोकने के सरकार द्वारा किए गए प्रबंध के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री को अवगत कराया। रिपोर्ट में बताया की इस बार पराली जलाने के मामलों में 40 प्रतिशत कमी आई है।
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उन्होंने कहा कि स्मॉग एक सांझा समस्या है, इस पर सभी को मिलकर काम करना होगा। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में इस समय पराली के सदुपयोग के लिए 8—9 प्रकार के यंत्र है। इन यंत्रों को जल्द से जल्द किसानों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है। प्रदेश सरकार ने इन यंत्रों की खरीद पर अपनी तरफ सब्सिडी भी दी है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, यह मामला हमारे देश की राजधानी से संबंधित है, हमारे बच्चों को ताजा हवा देने की हर संस्था की जिम्मेदारी है। प्रदेश में सीएनजी व इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने पर विचार चल रहा है। जल्द इस पर सरकार ठोस निर्णय लेगी। मनोहर लाल ने कहा कि एनजीटी और कोर्ट के आदेशों की पालना करने में हरियाणा सरकार पूरी तरह गंभीर है। प्रदूषण रहित वातावरण बनाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
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खट्टर ने कहा कि बदरपुर से पलवल तक हमने पूरी तरह से सड़क बनाई है, लेकिन आश्रम से बदरपुर तक एक भारी यातायात भीड़ है, इसलिए दिल्ली को इसके बारे में कुछ करना चाहिए क्योंकि यातायात की भीड़ के चलते बहुत प्रदूषण होता है। उन्होंने कहा कि केएमपी को जल्द से जल्द बनाने का प्रयास किए जा रहे है ताकि ज्यादा से ज्यादा वाहर दिल्ली के बाहर से जा सके।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हवाओं पर किसी का कन्ट्रोल नही है। सब मिलकर समाधान निकलेंगे। बहुत ही सार्थक और लाभदायक चर्चा हुई है। बैठक में पराली जलाने पर चर्चा हुई है। वाहनों द्वारा हो रहे प्रदूषण पर भी विस्तार से रिपार्ट पेश की गई। इसके साथ ही दिल्ली एनसीआर में बन रहे बाईपास पर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पराली जलाने को रोकने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे है। लेकिन बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सभी राज्य सरकारों, केंद्र सरकार और आमजन को मिलकर प्रयास करना होगा। नौकरी करना चाहते है, तो यहां क्लिक करे।
पिछले दो सालों से लगातार प्रदूषण के कारण आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर दिल्ली सरकार अब पब्लिक वाहनों की संख्या बढ़ाने जा रही है। दिल्ली सरकार इलैक्ट्रिक बसों की खरीद करने जा रही है, ताकि प्रदूषण रहित वाहन में अधिक से अधिक लोग सफर कर सके। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली में लोकल बसों के किराए को घटाने पर भी विचार कर रही है। इसके पीछे लोगों को पब्लिक वाहनों की तरफ आकर्षित करने की सोच है। हर रुट पर 10 मिनट में बस उपलब्ध करवाने की सोच भी दिल्ली सरकार की है। यदि पब्लिक को कम खर्च में अच्छी सेवा मिलेगी तो वे अपने साधनों का कम प्रयोग करेंगे। इससे काफी हद तक प्रदूषण पर काबू पाया जा सकेगा।
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