फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
गांव बड़ोपल में अचानक एक पैराग्लाइड की एमरजेंसी लैंडिग करवाई गई। पैराग्लाइड की लैंडिग गांव के रिहायशी क्षेत्र के पास खाली प्लाट में करवाई गई। पैराग्लाइड की एमरजेंसी लैंडिग से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीण पैराग्लाइड को देखने के लिए एकत्रित हो गए।
ऐसे उतरा पैराग्लाइड
आसमान में काफी ऊंचाई पर उड़ रहे पैराग्लाइड में अचानक तकनीकि खराबी आ गई। खराबी आने पर पैराग्लाइड को चला रहे युवक ने एमरजेंसी लैडिंग बड़ोपल गांव के बाहर करनी चाही। लेकिन तकनीकि खराबी आने के कारण पैराग्लाइड गांव के रिहायशी क्षेत्र के पास पड़े खाली प्लाट में उतारा गया। अचानक पैराग्लाइड उतरे से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पैराग्लाइडर से मामले में पूछताछ की।जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
क्या बोली पुलिस
पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि पैराग्लाइड बनाने व उड़ाने वाला युवक आदमपुर के ढ़ाणी मोहब्बतपुर गांव निवासी कुलदीप और सतीश कुमार है। जांच अधिकारी का कहना है कि पैराग्लाइडर के पास पैराग्लाइड को उड़ाने की अनुमति नहीं मिली है। ऐसे में ये मामला संदिग्ध बन गया है। वे मामले की जांच कर रहे है कि बिना पैराग्लाइड उड़ाने की अनुमति के किस मकसद से उड़ाया जा रहा था। नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
क्या बोले कुलदीप
पैराग्लाइडर कुलदीप ने बताया कि उनके पास हिसार उपायुक्त से पैराग्लाइड उड़ाने की अनुमति है। पैराग्लाइड खेलों को हिस्सा होता है। इसी मकसद से आज उड़ान भरी गई थी। लेकिन अचानक इसमें तकनीकि खराबी आ जाने के कारण इसे बड़ोपल में उतारा गया है। उन्होंने कहा कि गांव में खाली जगह देखकर ही लैंडिंग की गई है।
नहीं होती ज्यादा अनुमति की आवश्यकता
पैराग्लाइडर एरोस्पार्टस का हिस्सा होता है। इसे उड़ाने के लिए कोई ज्यादा अनुमति की आवश्यकता नहीं होती। पुलिस जांच अधिकारी को ज्यादा जानकारी न होने के कारण पैराग्लाइडर को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जीवन आधार बिजनेस सुपर धमाका…बिना लागत के 15 लाख 82 हजार रुपए का बिजनेस करने का मौका….जानने के लिए यहां क्लिक करे