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अब भक्तों के कदमों से बनेगी बिजली

मुंबई
क्या आपको पता है कि आदमी के चलने से भी बिजली बन सकती है और फ्री में वो बिजली का इस्तेमाल भी कर सकता है। प्रसिद्ध साईंबाबा मंदिर का कामकाज देखने वाला शिर्डी न्यास एक नवीन तरीके पर काम कर रहा है। इसमें श्रद्धालुओं की पद-उर्जा का इस्तेमाल बिजली पैदा करने में किया जाएगा। मंदिर में औसतन 50,000 श्रद्धालु प्रतिदिन मंदिर में दर्शन करने आते हैं।

अगले वर्ष होने वाले साईंबाबा समाधि शताब्दी समारोह से पहले कई परियोजनाओं और कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए ‘श्री साईंबाबा संस्थान न्यास’ के अध्यक्ष सुरेश हवारे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रस्तावित परियोजना के तहत मंदिर में ऊर्जा पैडल लगाए जाएंगे। यह मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है।

हवारे ने बताया, ‘करीब 50,000 श्रद्धालु प्रतिदिन शिर्डी आते हैं। हम ऊर्जा पैडल लगाएंगे, चलने पर पैडल दबेंगे और फिर वापस सामान्य हो जाएंगे। इससे ऊर्जा उत्पन्न होगी। चलने से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा बिजली में बदली जाएगी। इस तरह पैदा होने वाली बिजली से मंदिर क्षेत्र में बल्ब जलेंगे और पंखे चलेंगे।’ उन्होंने कहा कि न्यास परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रहा है।
न्यास ने जिन परियोजनाओं की घोषणा की है,उनमें आदिवासी तथा वंचित तबके के बच्चों के लिए आईएसएस प्रशिक्षण अकादमी शुरू करना, कैंसर अस्पताल स्थापित करना, ठोस कचरे से ऊर्जा उत्पादन, प्रतिदिन रक्तदान शिविर लगाना शामिल है। एक से 18 अक्तूबर के बीच आयोजित होने वाले ‘समाधि शताब्दी महोत्सव’ में इनका आयोजन किया जाएगा। प्रबंधन समिति ने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों की महिलाओं और छात्रों को मदद करने का भी फैसला लिया ।

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Jeewan Aadhar Editor Desk