हरियाणा हिसार

रविवार आधी रात के बाद प्रदेशभर में बसों का चक्का जाम


हिसार।

हरियाणा सरकार द्वारा बार-बार की जा रही वादाखिलाफी तथा निजी बस संचालकों पर अंकुश न लगाए जाने के खिलाफ रोडवेज की आठों यूनियनों के आह्वान पर रविवार रात 12 बजे से प्रदेशभर में बसों का चक्का जाम रहेगा। यदि सरकार चाहती है कि विभाग को नुकसान और जनता को परेशानी न हो तो वह यूनियनों से किये समझौतों को सिरे चढ़ाए और बस अड्डों में जबरदस्ती बसें लगाकर सवारियां उठाने का प्रयास कर रहे निजी बस संचालकों पर रोक लगाये।
यह बात रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य दलबीर किरमारा एवं रमेश सैनी ने रविवार रात से किये जाने वाले बंद की तैयारियों पर चर्चा के बाद एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि जींद में शुक्रवार को हुई आठों यूनियनों ने इस बात पर गहरा रोष जताया कि सरकार बार-बार समझौते करती है और न केवल उनसे मुकर जाती है बल्कि समझौतों के विपरीत जाकर कर्मचारी वर्ग से धोखा करती है। सरकार की धोखे वाली नीति से कर्मचारी वर्ग में भारी रोष है और अब वे सरकार से आरपार की लड़ाई लडऩे के मूड में है। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल को हुई बातचीत में सरकार ने जो मांगे मानकर यूनियनों से समझौते किये थे, उनमें से एक भी समझौते पर सरकार खरी नहीं उतरी है। इसके बाद भी सरकार यूनियनों से कई बार बातचीत कर चुकी है लेकिन हर बार आश्वासन देकर धोखा करना सरकार ने अपनी आदत बना ली। समझौतों के विपरीत जाकर सरकार माननीय हाईकोर्ट में अलग शपथ पत्र देती है, जिससे साबित होता है कि सरकार की नीति व नीयत में भारी खोट है। उन्होंने कहा कि जनता को भी ये बात अच्छी तरह से समझ लेनी चाहिए कि बार-बार होने वाली हड़ताल व चक्का जाम के लिए रोडवेज के कर्मचारी नहीं बल्कि सरकार द्वारा बार-बार की जा रही वादाखिलाफी जिम्मेवार है। ऐसे में आम जनता व छात्र वर्ग को चाहिए कि वे भी रोडवेज को बचाने के संघर्ष में रोडवेज कर्मचारियों का साथ दें क्योंकि निजी परमिट देकर सरकार अघोषित रूप से न केवल विभाग का निजीकरण कर रही है बल्कि ग्रामीण जनता व छात्र वर्ग को दी जा रही सुविधा भी छीनने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब भी समय है, यदि सरकार अपने समझौतों को सिरे चढ़ाना चाहे तो ठीक है अन्यथा रविवार रात 12 बजे के बाद पूरे प्रदेश में रोडवेज बसों का चक्का जाम रहेगा, जिसकी जिम्मेवारी हरियाणा सरकार की होगी।

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Jeewan Aadhar Editor Desk