फतेहाबाद

हरियाणा में नहीं हुए कभी दंगे—फसाद, सीएम ने दी दंगे—फसाद की नई परिभाषा

फतेहाबाद (साहिल रुखाया)


https://youtu.be/vaoKNN8hUrY

पिछले 3 सालों में 3 बार हरियाणा हिंसा की चपेट में आ चुका है..क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ा है..एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़े बता रहे है कि क्राइम में हरियाणा ने तरक्की करते हुए देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यूपी और बिहार के बाद काफी छोटे प्रदेश हरियाणा ने क्राइम में तीसरा स्थान प्राप्त करके साफ कर दिया है कि यहां पर स्थिती ठीक नहीं है। लेकिन प्रदेश के मुखिया को प्रदेश में कुछ भी गड़बड़ी नजर नहीं आ रही। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था ठीक है। लेकिन जब एनसीआरबी के आंकड़ों के बारे में पूछा जाता है तो सीएम महोदय का कहना है कि वे इन आंकड़ों से कोई इत्तेफाक नहीं रखते। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
दंगा—फसाद की नई परिभाषा
इतना ही नहीं, फतेहाबाद में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए सूबे के मुखिया ने दंगा—फसाद की नई परिभाषा भी ईजाद कर दी। सीएम मनोहरलाल ने कहा कि प्रदेश में पिछले 3 सालों को कोई दंगा—फसाद नहीं हुआ। रामपाल प्रकरण, जाट आंदोलन हिंसा या पंचकूला हिंसा को दंगा—फसाद की श्रेणी से ही बाहर करते हुए उन्होंने बताया कि दो समुदाय या दो जातियों के बीच हुई हिंसा को ही दंगा—फसाद कहा जाता है।

निजी अस्पताल के बिल नहीं नियंत्रण में
हरियाणा में फोर्टिस अस्पताल में सामने आई लापरवाही के मामले में कार्रवाई के सवाल पर सीएम ने कहा कि निजी अस्पतालों के बिल रेट को हम नियंत्रण नहीं कर सकते, लेकिन फोर्टिस अस्पताल में सामने आई जैसी लापरवाही पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की सरकार करेगी।
एनएचएम नहीं प्रदेश के कर्मचारी
हड़ताल पर गए एनएचएम कर्मियों की मांगों पर सीएम ने कहा कि कर्मचारियों की मुख्य मांगे केंद्र सरकार के अधीन हैं और ऐसे में केंद्र को मांगो के बारे में लिखा गया है। लेकिन दूसरी तरफ उनके मंत्रीमंडल के स्वास्थ मंत्री ने कई जिलों में हड़ताल पर गए एनएचएम कर्मचारियों को बर्खास्त कर रहे है।

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