चंडीगढ़
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ परिवहन विभाग के अधिकारियों की बैठक समाप्त हेा गई। दोनों पक्षों में कई बिंदुओं पर विस्तार से बातचीत हुई। इसके बाद सभी पहलुओं पर सहमति बन गई है। सहमति बनने के बाद रोडवेज यूनियन ने सोमवार के प्रस्तावित चक्का जाम के ऐलान को वापस ले लिया।रोडवेज यूनियन के चक्का जाम वापिस लेने के ऐलान से प्रदेश के सभी जिलों के प्रशासन के साथ—साथ यात्रियों ने राहत की सांस ली।
परिवहन विभाग के ACS एसएस ढिल्लो ने बताया कि रोडवेज यूनियन ने बिना जरूरी शर्तें पूरी किए निजी बसों के चलने का मुद्दा उठाया था। ढिल्लो ने कहा बिना शर्तों को पूरा किये किसी भी निजी बस को चलने नही दिया जाएगा। निजी बसों को सभी 39 नॉर्म्स पूरे करने होंगे। बसों में जीपीएस प्रणाली इंस्टाल करनी होगी। सभी 33श्रेणी के यात्रियों को यात्रा की फ्री सुविधा देनी होगी। सोमवार को सुबह 6 बजे से RTA जींद में निजी बसों की जांच करेंगे।नॉर्म्स पूरा न करने वाली बसों को चलने नही दिया जाएगा और उनके चलान काटे जायेंगे। साथ जींद उपायुक्त को सुबह 10 बजे आरटीए, एडीसी,एसडीएम की उपस्थिती में रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सभी पक्षों से बात करने के लिए कहा गया है।
6 जून को प्रदेश के सभी आरटीओ की बैठक बुलाई जायेगी। इसमें नियम पूरे न करने वाली सभी प्राइवेट बसों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए जायेंगे। एसएस ढिल्लो ने रोडवेज यूनियनों को आश्वासन दिया कि जल्द ही प्रदेश में नई परिवहन नीति लाई जाएगी।
कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा ने कहा कि फिलहाल सोमवार का चक्काजाम वापिस ले लिया गया है। लेकिन सरकार फिर अपनी बातों और यूनियनों को दिए गए आश्वासनों से मुकरती है तो इसका पूरा जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि रोडवेज यूनियन किसी भी हालात में सवारियों को परेशान नहीं करना चाहती, इसके चलते बार—बार सरकार से बातचीत के रास्ते से ही समस्या का हल निकलवाने में पहल करती है। लेकिन सरकार बार—बार अपने वायदों से मुकर जाती है, ऐसे में उन्हें मजबूरन चक्का जाम करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सरकार के आज के आश्वासन को लेकर 11 जून को रोडवेज यूनियनों ने समीक्षा बैठक बुलाई है, इसमें सरकार द्वारा किए गए वायदों की समीक्षा होगी।