हिसार

जस्टिस फॉर गुड़िया : पुलिस ने आरोपी का मेडिकल करवाकर किया कोर्ट में पेश

हिसार,
उकलाना क्षेत्र में एक बच्ची के साथ हुए दुराचार के एक आरोपी को बीती रात काबू कर आज कोर्ट में पेश किया गया। इससे पूर्व आरोपी का सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। इस बीच पुलिस ने सुरक्षा के बंदोबस्त भी रखे। दोपहर बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया।
पुलिस नेे आरोपी से पूछताछ की और इस मामले में नई धाराओं को भी शामिल किया है तथा मामले के निरीक्षण अधिकारी डीएसपी जयपाल सिंह को नियुक्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार पूर्व में पुलिस ने इस मामले में धारा 302, 363, 367, 450, 6 पोस्को एक्ट के तहत कार्यवाही शुरु की थी। अब पुलिस ने इस मामले में जो नई धाराओंं को शामिल किया है, उनमें आईपीसी की धारा 366, 376-ए, 376(2)(1), 201, 3(2), (5) एससी-एसटी एक्ट की धाराओं को भी शामिल किया है। कानूनविदों की मानें तो मामलेे में शामिल की गई नई धाराओं के तहत आरोप सही पाए जाने पर आरोपी को 20 साल तक की सजा हो सकती है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया। पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
आरोपी को कोर्ट में पेश करने से पूर्व मेडिकल के दौरान पुलिस ने आरोपी के सैैम्पल हासिल किए, जिनकी जांच के लिए आगे प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। जानकारी के अनुसार आरोपी का मेडिकल टेस्ट के वक्त सुरक्षा प्रबंधों के चलते उसके यूरिन का सैम्पल भी इमरजैंसी वार्ड के अंदर ही लिया गया। आरोपी की पहचान को उजागर नहीं होने के दृष्टिगत उसे पूरी तरह कवर करके लाया गया। जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
सूत्रों की मानें तो आरोपी पीडि़ता के परिवार के घर के नजदीक ही रहता था। बताया जाता है कि इससे पूर्व भी आरोपी की मानसिकता इसी तरह की रही हैैे। फिलहाल पुलिस अभी आरोपी केे इस वारदात में शामिल होने के तमाम साक्ष्यों को हासिल करने में पूरी तरह गंभीरता से जांच कर रही है।
सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस सादे कपड़ों में और बिना बत्ती वाले वाहन में लेकर आई आरोपी को
घटना काफी संवेदनशील होने के कारण पुलिस इस मामले में कोई भी कोताही नहीं बरतना चाहती। इसके चलते फिलहाल पुलिस ने आरोपी का नाम तक उजागर नहीं होने की कोशिश की है। वहीं इस वारदात के आरोपी को कोर्ट में पेश करने से सरकारी अस्पताल से मेडिकल करवाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आरोपी को ऐसे वाहन में लेकर आई जो सरकारी वाहन नहीं लग रहा था। स्थिति यहां तक रही कि डीएसपी जयपाल सिंह भी अपनी टीम के साथ सादे कपड़ों में ही पहुंचे। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
चिकित्सक ने इंस्पेक्टर को सुनाई खरी-खरी
दुराचार के आरोपी को जब सादे कपड़ों में पुलिस सिविल अस्पताल लेकर आई तो सभी की निगाहें आरोपी पर थी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस एक बार तो आरोपी को अस्पताल में स्थित एक सर्जन चिकित्सक के कैबिन में ले गई। चिकित्सक कैबिन में उपस्थित था। अपने कैबिन में अचानक पुलिस वालों को देखकर वह सर्जन हक्का-बक्का रह गया। पुलिस से आने का कारण पूछा तो पुलिस ने आरोपी के बारे में बताकर मेडिकल करवाने की बात कही। सर्जन को यह बात महसूस हुई और उन्होंने वहां उपस्थित एक इंस्पेेक्टर को खरी-खरी सुनाई। कहा कि वे उनके कैबिन में आए ही क्यों, जब मेडिकल करवाने के लिए इमरजैंसी वार्ड में चिकित्सकों की टीम हमेशा उपस्थित रहती है और कॉल करने पर भी वहां पहुंच जाती है। करीबन 15 मिनट वहां बैठाकर पुलिस आरोपी को वहां से उठाकर अस्पताल में रिजनल मेडिकल अफसर के कैबिन मेें ले गई। यहां भी करीबन 15 मिनट बैठाया गया और फिर उसे इमरजैंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया। आरोपी का वहीं पर मेडिकल करवाया गया और यूूूनिट व अन्य तरह के टेस्ट के लिए सैंपल एकत्र किए।
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