हिसार,
साहित्यकार व शिक्षाविद डॉ. सुमन कादयान को कल दिल्ली आईटीईओ स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के सम्मान समारोह में एक साथ दो सम्मानों ‘कवि त्रिलोचन सम्मान’ तथा ‘रानी लक्ष्मीबाई सम्मान’ से नवाजा गया। हिसार की मारवल सिटी निवासी तथा ओम ग्लोबल स्टर्लिंग युनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर डॉ. सुमन को ये पुरस्कार उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए एसएफवाईडी की ओर से मॉरिशस से आए राधाकांत पांडे, संस्था के मुखिया सागर देहलवी, जयसिंह आर्य, मनोज मित्रा, शकुंतला चंडीगढ़ ने राष्ट्रीय स्तर के सम्मान समारोह में प्रदान किए गए। इस सम्मान समारोह में देश के अनेक राज्यों के अलावा कई देशों के साहित्यकार व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे। डॉ. सुमन कादयान को दोनों पुरस्कार एक ही कार्यक्रम में प्रदान किए गए। इससे पूर्व देश के विभिन्न भागों में इनको अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं। डॉ. सुमन के राष्ट्रीय समाचार पत्रों व स्तरीय पत्रिकाओं में अब तक करीब 300 आलेख व अन्य रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। कई आकाशवाणी केंद्रों से इनकी वार्ताएं समय-समय पर प्रसारित होती रहती हैं। हरियाणा के संस्कार गीत, हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत, देवी शंकर प्रभाकर, इनकी लोक साहित्य पर केंद्रित पुस्तके हैं। एक कविता संग्रह शीघ्र प्रकाशित होने वाला है। डॉ. सुमन की लोकगीत संग्रह में भी अहम भूमिका है। घुमक्कड़ प्रवृत्ति की साहित्यकार डॉ. सुमन देश के मेलों, उत्सवों, पर्यटन स्थलों की यात्राएं करती रहती हैं। इन पुरस्कारों के लिए विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं, साहित्यकारों, विश्वविद्यालय के स्टाफ सदस्यों ने डॉ. सुमन कादयान को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।