फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
उपायुक्त डॉ. हरदीप सिंह ने जिला के 31 गांवों जिनमें लिंगानुपात 800 से कम है, ऐसे गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को लिंगानुपात बारे जागरूक करने के निर्देश दिए है। उन्होंने स्वास्थ्य और पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए कि वे आमजन के साथ-साथ जन प्रतिनिधियों को भी जागरूक करें ताकि लिंगानुपात में सुधार किया जा सके। उपायुक्त सोमवार को अपने कार्यालय में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला टास्क फोर्स की बैठक में जिला के लिंगानुपात पर समीक्षा कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि लिंगानुपात की जांच की सूचना देने वाले और वह सूचना सही हो तथा टास्क फोर्स द्वारा सफल कार्यवाही की गई हो, ऐसे सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये पुरस्कार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण सूचना देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 5000 रुपये दिए जाएंगे। डॉ. हरदीप सिंह ने लिंगानुपात की समीक्षा करते हुए आंगनवाड़ी वर्कर और हैल्पर के प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन 31 गांवों में लिंगानुपात 800 से कम है, ऐसे गांवों में आंगनवाड़ी वर्कर और हैल्पर को प्रोत्साहित किया जाए और इस अभियान में अपना सकारात्मक सहयोग देने को कहा जाए। उन्होंने कहा कि अगर फिर भी लिंगानुपात में सुधार नहीं होता है तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य स्तर के लिंगानुपात के एवरेज डाटा के नजदीक या उसको पार करने वाले गांवों के आंगवाड़ी वर्कर तथ आशा वर्कर के जिला के महत्वपूर्ण प्लेटफार्म और फंक्शन पर अवार्ड देकर सम्मानित भी किया जाएगा।
उन्होंने सिविल सर्जन और जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को निर्देश दिए कि वे लिंगानुपात में कमजोर प्रदर्शन करने वाले गांवों में विशेष प्रकार से नुक्कड़ नाटक तथा प्रचार तैयार करके लोगों को जागरूक करे। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि ऐसे 50 गांवों की सूची जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को दें ताकि उनकी टीम इस अभियान के लिए लोगों को जागरूक कर सके। इसके साथ ही उपायुक्त ने कहा कि 26 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा निकाली जा रही झांकी में विशेष तौर पर लिंगानुपात सुधार के जागरूकता सामग्री रखी जाए और यह झांकी 26 जनवरी के बाद ऐसे गांवों में जाए जहां लिंगानुपात कम है। इसके साथ नुक्कड़ नाटक की टीम भी जागरूकता पैदा करने के लिए शामिल की जाए। उपायुक्त ने ड्रग्स इंस्पेक्टर को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे जिला में मेडिकल स्टोर पर विशेष निगरानी रखे और एक चेकिंग अभियान चलाकर एमटीपी किट वितरण की जांच करे। उन्होंने कहा कि जिस मेडिकल स्टोर पर एमटीपी किट की बिक्री हुई है, ऐसे मेडिकल स्टोर के रिकॉर्ड को जांचा जाए।
डॉ. हरदीप सिंह ने 11 से 14 वर्ष तक की बच्चियों के स्कूल ड्रोप आऊट करने के रिकॉर्ड को अपडेट करने के निर्देश देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग से कहा कि वे यह अध्ययन करें कि 11 से 14 वर्ष तक की बच्चियों के स्कूल छोडऩे के क्या कारण रहे हैं। इसके साथ ही जिन गांवों में लिंगानुपात कम है और जन्म पंजीकरण भी नीचे गया, ऐसे में यह भी अध्ययन किया जाए कि ऐसा किन कारणों से हुआ है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि वे इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। उपायुक्त ने आंगनवाड़ी केंद्रों में खस्ता हालत शौचालय के डाटा भी अपडेट करने के निर्देश देते हुए पंचायत एवं विकास विभाग को निर्देश दिए कि वह भी इन शौचालयों का क्रोस वेरिफिकेशन करें और इनकी हालत सुधारे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. जेके आभीर, सीटीएम देवीलाल सिहाग, सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, डीईओ दयानंद सिहाग, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी उषा मुआल सहित सभी सीडीपीओ व संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
जीवन आधार बिजनेस सुपर धमाका…बिना लागत के 15 लाख 82 हजार रुपए का बिजनेस करने का मौका….जानने के लिए यहां क्लिक करे