रेवाड़ी,
रेवाड़ी महिला थाने में पिछले 30 दिनों से चक्कर काट रही एक महिला की सुनवाई नहीं होने पर उसने गुरुग्राम स्टेशन पर सुसाइड करने की कोशिश की। उससे पहले ही जीआरपी ने उसे दबोच लिया। उसके बाद जैसे ही रेवाड़ी पुलिस को सूचना मिली। एक टीम गुरुग्राम पहुंच गई और महिला को अपने साथ लेकर रेवाड़ी आई। महिला का मेडिकल कराने के चंद मिनटों में ही दुष्कर्म का भी केस दर्ज हो गया।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के मुंडावर की रहने वाली एक महिला ने तलाक के बाद गुरुग्राम के रहने वाले एक युवक के साथ तीन माह पहले प्रेम विवाह रचाया था। इसके बाद से ही दोनों रेवाड़ी में किराए पर रह रहे थे। एक माह पहले पति के परिजन उसे अपने साथ लेकर गुरुग्राम पहुंच गए और उसके साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। महिला ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए रेवाड़ी महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन महिला थाना पुलिस शिकायत लेकर कार्रवाई करना भूल गई।
यही कारण रहा कि महिला लगातार एक माह तक थाने के चक्कर काटती रही और पुलिस के आला अधिकारियों को भी शिकायत दी लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद महिला गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पर सुसाइड करने पहुंच गई। इसकी जानकारी रेवाड़ी के ही एक सामाजिक कार्यकर्ता को लग गई तो उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद गुरुग्राम जी.आर.पी. ने महिला को अपने कब्जे में ले लिया।
रेवाड़ी महिला थाना पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे है। पहले महिला थाना पुलिस इस मामले को दहेज का मानकर काउंसिलिंग करने की बात कर रही थी। महिला ने जब सुसाइड करने की कोशिश की तो फटाफट मेडिकल हुआ और फिर चंद मिनटों में ही दुष्कर्म का केस भी दर्ज हो गया।