फतेहाबाद (सहिल रुखाया)
स्पर्श कुष्ठ रोग जागरुकता अभियान पखवाड़ा का पहला दिन फतेहाबाद में महज औपचारिक रहा। नागरिक अस्पताल से सीएमओ मुनीश बंसल ने स्पर्श कुष्ठ रोग जागरुकता अभियान के तहत हरी झंड़ी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस रैली को शहर भर में जाकर लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जागरुक करना था। लेकिन शर्म की बात यह रही कि रैली अस्पताल से चलकर महज 40 मिनट में वापिस लौट आई।
कुष्ठ रोग जागरुकता अभियान का पहला दिन स्वास्थ्य विभाग ने रैली की औपचारिकता को पूरा करके निकाल दिया। रैली को निकालने से पूर्व मीडिया और आला अधिकारियों को दिखाने के लिए फोटो भी खिंचवाएं गए। लेकिन वास्तव में स्पर्श कुष्ठ रोग जागरुकता पखवाड़ा का प्रथम दिन महज दिखावे में ही बीत गया। स्पर्श कुष्ठ रोग को लेकर पिछड़े और मध्यम वर्ग के लोगों में ज्यादा भ्रान्तियां होती है। लेकिन रैली उन क्षेत्रों में गई ही नहीं। ऐसे में अब देखना है कि बाकि पखवाड़े के दौरान स्वास्थ विभाग क्या करता है।
सरकार की नीयत पर लगा दिया पलीता
हकीकत में सरकार की नीयत आमजन को लाभ पहुंचाने और लोगों को बिमारियों के प्रति जागरुक करने की है। लेकिन नीचे अधिकारियों और कर्मचारियों की काम न करने की नीयत के चलते सरकारी अभियान टांय—टांय फिस हो जाते है। कुष्ठ रोग को लेकर अब भी समाज में बहुत—सी धारणाएं बनी हुई है। अब भी लोग कुष्ठ रोग होने पर पीर बाबा की मजार पर ज्यादा विश्वास करते है। ऐसे में यदि स्पर्श कुष्ठ रोग जागरुकता अभियान को सही ढंग से ईमानदारी पूर्वक चलाया जाए तो आमजन को इसका काफी लाभ होगा। लेकिन यदि आज की तरह ही बाकि दिन भी औपचारिकताएं निभाई जाती रही तो इससे सरकार की साफ नीयत को पलीता ही लगेगा।