साधक कहता हैं-सुना भाई ये महात्मा मनोगामी हैं। यहां बहुत दिन रहने वाले नहीं। जो कुछ इनका आशीर्वाद लेना हो तो अपनी-अपनी सामथ्र्य के अनुकुल दन की तन,मन,धन से सेवा करो,क्योंकि सेवा से मेवा मिलती हैं। जो किसी पर प्रसन्न हो गये तो जाने क्या वर दे दें। सन्तों की गति अपार है।
गृहस्थ ऐसे लल्लों-पत्तो की बातें सुनकर बड़े हर्ष से उनकी प्रशंसा करते हुए घर की ओर जाते हैं। साधक भी उनके साथ ही चले जाते हैं क्योंकि मार्ग में कोई उन का पाखण्ड खोल न देवे। उन धनाढय्यों का जो कोई मित्र मिला उस से प्रशंसा करते हैं। इसी प्रकार जो-जो साधकों के साथ जाते हैं उन-उन का वृत्तान्त सब कह देते हैं। जब नगर में हल्ला मचता हैं कि अमुक ठौर एक बड़े भरी सिद्ध आये हैं, चलो उन के पास। जब मेला का मेला जाकर बहुत से लोग पूछने लगते हैं कि महाराज। मेरे मन का वृत्तान्त कहिये। तब तो व्यवस्था के बिगड़े जाने से चुपचाप होकर मौन साध जाता हैं और कहता है कि हम को बहुत मत सताओ। तक तो झट उसके साधक कहने लगते हैं जो तुम इन को सताओगे तो चले जायेंगे औश्र कोई बड़ा धनाढय्य होता है वह साधक को अलग बुला कर पूछता हैं कि हमारे मन की बात कहला दो तो हम सच मानें। साधक ने पूछा कि क्या बात हैं? धनाढय्य ने उस से कह दी। तब उस को उसी प्रकार के संकेत से ले जा के बैठाल देता हैं। उसे सिद्ध ने समझ के झट कह दिया,तब तो सब मेला भर ने सुन ली कि अहो, बड़े ही सिद्ध हैं। कोई मिठाई,कोई पैसा, कोई रूपया,कोई अशर्फी,कोई कपड़ा और कोई सीधा सामग्री भंट करता हैं। फिर जब तक मानता बहुत सी रहा तब तक यथेष्ट लूट करते हैं और किन्हीं-किन्हीं दो एक आंख के अन्धे गांठ के पूरों को पुत्र होने का आशीर्वाद वा राख उठा के दे देता हैं और उस के सहस्त्रों रूपये लेकर कह देता हैं कि तेरी सच्ची भक्ति होगी तो तेरा पुत्र हो जायेगा। इस प्रकार के बहुत से ठग होते हैं जिन को विद्धान् ही परीक्षा कर सकते हैं और कोई नहीं।
इसलिए वेदादि विद्या का पढऩा,सत्संग करना होता है जिस से कोई उस को ठगाई में न फंसा सके, औरों को भी बचा सके। क्योंकि मनुष्य का नेत्र विद्या ही हैं। विना विद्या शिक्षा के ज्ञान नहीं होता। जो बाल्यावस्था से उत्तम शिक्षा पाते हैं वे ही मनुष्य और विद्वान् होते हैं । जिन को कुसंग हैं वे दुष्ट पापी महामूर्ख हो कर बड़े दु:ख पाते हैं। इसीलिए ज्ञान को विशेष कहा हैं कि जो जानता हैं वही मानता हैं।
जीवन आधार बिजनेस सुपर धमाका…बिना लागत के 15 लाख 82 हजार रुपए का बिजनेस करने का मौका….जानने के लिए यहां क्लिक करे