आदमपुर (अग्रवाल)
रामप्रकाश रेवड़ी को श्रद्धांजलि सभा में क्षेत्र के मौजिज व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और परमात्मा से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना की। रामप्रकाश रेवड़ी का निधन 29 जनवरी को हो गया था। संघर्ष की लंबी गाथा लिए रामप्रकाश रेवड़ी ने पाकिस्तान से आने के बाद आदमपुर को अपना कर्मक्षेत्र बनाया।
पाकिस्तान में अपना भरा—पूरा काम छोड़कर आदमपुर में आने के बाद उन्होंने आजीविका के काफी संघर्ष किया। संघर्ष के बल पर उन्होंने अपनी 5 संतानों को काफी संस्कार के साथ समाज में काबिल इंसान बनाया। आज उनके 4 बेटे नंद किशोर, जुगल रेवड़ी, सु्रेंद्र रेवड़ी और रवि रेवड़ी अपने—अपने क्षेत्र में विशेष पहचान बनाये हुए है। वहीं उनकी बेटी पुष्पा आदमपुर के संस्कारों को जयपुर में बिखेरकर उन्हें यहां की संस्कृति से रुबरु करवा रही है।
श्रद्धांजलि सभा में सिरसा से आए पाठी हरप्रीत सिंह ने रामप्रकाश रेवड़ी की पूरी संघर्ष यात्रा का विस्तार से बताते हुए प्रभू से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना की। इस दौरान गुलशन ऐलावादी ने रामप्रकाश रेवड़ी के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश ड़ाला।
इस दौरान कांग्रेस नेता व विधायक कुलदीप बिश्नोई, सांसद दुष्यंत चौटाला, कांग्रेस नेता सतेंद्र सिंह, आम आदमी पार्टी के संपत सिंह राजपुरोहित, पंजाबी वेल्फेयर सोसायटी से राजकुमार ऐलावादी, प्राइवेट स्कूल एसो. से जेपी पाहवा, पत्रकार संघ से अमित गोयल, भारत विकास परिषद् से कृष्णदत्त धमीजा, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, हरिभूमि, दैनिक जागरण, पंजाब केसरी, अमर उजाला, दैनिक ट्रिब्यून, गंगापुत्र समाचार पत्रों के संपादकों सहित आदमपुर की सभी धार्मिक व समाजिक संस्थाओं ने श्रद्धांजलि दी।