चंडीगढ़ (राजेश्वर बैनीवाल)
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हरियाणा दौरे से पहले जाटों द्वारा दी गई आंदोलन की धमकी के मद्देनजर केंद्र ने हरियाणा को पैरा मिल्ट्री की 60 कंपनियां अलाट कर दी हैं। यह कंपनियां रविवार शाम से मोर्चा संभाल लेंगी।
हरियाणा के गृहसचिव एस.एस. प्रसाद, पुलिस महानिदेशक बीएस संधू तथा अन्य आला अधिकारियों ने आज प्रदेश के कई जिलों का दौरा करके अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बैठक की। पुलिस अपने सीआईडी विंग के माध्यम से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि भाईचारा एकता रैली के माध्यम से जाट समुदाय के लोग किस जिले से कितनी संख्या में जींद पहुंचेंगे, किस माध्यम से और किन-किन रास्तों से यहां पहुंचेगे। आला अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जा रही है। आज दिनभर गृह विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारी संवेदनशील जिलों एवं स्थानों की शिनाख्त करने में लगे रहे।
हरियाणा ने आज गृह मंत्रालय को वह रिपोर्ट भी सौंप दी है जिसमें यह बताया गया है कि पैरा मिल्ट्री फोर्स के जवानों को किन-किन क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। केंद्र ने पहले चरण में पैरा मिल्ट्री की 60 कंपनियों को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके अलावा करीब 50 कंपनियों को स्टैंड-बाय रखा गया है। जिन्हें 14 फरवरी की रात जरूरत के अनुसार बुलाकर आपातकालीन तैनाती दी जा सकती है। हरियाणा के गृहसचिव एस.एस. प्रसाद ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। जरूरत के अनुसार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और आंदोलनकारियों पर ड्रोन कैमरों की मदद से नजर रखी जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
फिर से बंद हो सकती हैं इंटरनेट सेवाएं
हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलनकारियों की चेतावनी के चलते प्रदेश सरकार एक बार फिर से इंटरनेट सेवाएं बंद करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस संबंध में गृहसचिव एस.एस. प्रसाद ने बताया कि अभी सरकार की इंटरनेट सेवाएं बंद करने की कोई मंशा नहीं है। अलबत्ता सभी जिलों से फीडबैक लिया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो आपात स्थिति में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की जा सकती है।