हिसार,
हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच एवं आंगनवाड़ी इंपलाइज फैडरेशन ऑफ इंडिया से संबंधित आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर्स यूनियन के आंदोलन को उस समय बड़ी मजबूती मिली जब हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच से संबंधित पीड्ब्ल्यूडी यूनियन ने भी धरनास्थल पर जाकर आंगनवाड़ी यूनियन को समर्थन देने की घोषणा कर दी। इसी के चलते आंगनवाड़ी महिलाओं ने लघु सचिवालय के समक्ष चल रहे धरने के दौरान केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आंगनवाड़ी यूनियन के धरने के 15वें दिन अन्य विभागीय संगठनों द्वारा समर्थन में पहुंचने से आंगनवाड़ी महिलाओं के हौंसलें बुलंद है। यूनियन ने ऐलान किया है कि जब तक केन्द्र व प्रदेश सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। राज्य महासचिव जगमति मलिक एवं जिला प्रधान बिमला राठी ने आंगनवाड़ी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बातचीत में देरी करके सरकार संवादहीनता का परिचय दे रही है। सरकार को नौनिहालों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है, पिछले 15 दिनों से आंगनवाड़ी महिलाएं आंदोलन कर रही है लेकिन सरकार बातचीत का रास्ता न अपनाकर मूकदर्शन बनी हुई है जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार बातचीत में देरी करके आंगनवाड़ी महिलाओं को झुकाना चाहती है, तो यह उसकी भूल है। देर-सवेर सरकार को बातचीत करके उनकी मांग माननी ही होगी अन्यथा आंदोलन और कड़ा कर दिया जाएगा।
राज्य महासचिव जगमति मलिक ने बताया कि प्रदेशभर में आंदोलन पूरे जोश के साथ चल रहा है। आंगनवाड़ी महिलाएं इस बार सरकारी कर्मचारी का दर्जा पाने सहित अन्य मांगों व समस्याओं के हल के लिए निर्णायक संघर्ष का मन बनाकर मैदान में उतरी है। उन्होंने आंगनवाड़ी महिलाओं से अपील की कि वे अनुशासन व कानून के दायरे में रहकर एकजुटता से अपना आंदोलन चलाएं, उनको सफलता मिलनी निश्चित है।
इसी बीच आंगनवाड़ी यूनियन के आंदोलन के 15वें दिन हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच से संबंधित पीड्ब्ल्यूडी यूनियन ने आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा कर दी। राज्य प्रधान सोमप्रकाश व जिला प्रधान बलवान सिंह कालीरावणा के नेतृत्व में पहुंचे यूनियन के अन्य पदाधिकारियों उप प्रधान ईश्वर सिंह पूनिया, कैशियर रामकुमार पूनिया, संगठन सचिव शेरसिंह यादव, शाखा खजांची सतबीर सिंह, रमेश शर्मा, सतपाल जाखड़ व मनदीप सिंह ने आंगनवाड़ी महिलाओं को संबोधित करते हुए उसे जायज बताया और समय रहते सरकार से उनकी मांगे मानने की अपील की।
उपरोक्त के अलावा आंगनवाड़ी महिलाओं में मुख्य रूप से सुमित्रा, सुदेश, राजबाला सहारण, सुमन, पार्वती, विद्या, संतोष, गीता, कमला, जलो देवी, मंजू, सरोज, नरेश, कांता, कौशल्या, भागवंती, अमरपति, नीलम, राजवंती, गायत्री, मूर्ति, सरला व ऊषा सहित सैंकड़ों महिलाएं उपस्थित थीं।