नई दिल्ली,
भारत के पड़ोसी मुल्कों में हालात इस समय अच्छे नहीं दिख रहे हैं। मालदीव में पहले से ही आपातकाल चल रहा है और अब शांत राज्य कहे जाने वाले श्रीलंका में भी आपातकाल लगा दी गई है। मालदीव में राजनीतिक उठापटक के बीच आपातकाल कई दिनों से बनी हुई है। अब श्रीलंका में लगातार हिंसा के बाद स्थानीय सरकार ने आपातकाल लगाने का ऐलान किया।
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भारतीय क्रिकेट टीम इस समय श्रीलंका के दौरे पर है और टी-20 सीरीज का पहला मैच आज शाम को खेला जाना है। आपातकाल लागू होने के बाद क्रिकेट सीरीज पर संकट के बादल छाये हुए है, अब देखना है कि श्रीलंका सरकार इस बारे में क्या निर्णय लेती है। वहीं टीम इंडिया की सुरक्षा को लेकर भी अब सवाल उठने लगे है।
#FLASH Sri Lankan government has decided to impose emergency for 10 days to control law and order following violence against minority community in parts of Kandy district over last two days.
— ANI (@ANI) March 6, 2018
तनाव के हालात उस समय पैदा हो गए जब सोमवार को कैंडी शहर में एक बौद्ध अनुयायी की मौत के बाद वहां धार्मिक हिंसा भड़क उठी। इसके बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस का कहना है कि कैंडी जिले में सप्ताहांत से हिंसा और आगजनी जारी थी। इसके बाद से हिंसा देश के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगी।
पहले ही वहां धार्मिक हिंसा भड़की है जो बाद में बेहद खतरनाक साबित हो गई थी। श्रीलंका में करीब 75 फीसदी आबादी बौद्ध सिंघली समुदाय की है जबकि 10 फीसदी मुसलमानों की आबादी रहती है। कुछ संगठनों ने इस हिंसा के लिए राष्ट्रवादी बौद्ध संगठन बोडू बाला सेना (बीबीएस) ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया है।
जून, 2014 में भी मुस्लिम विरोधी अभियान शुरू हुआ गया था जो बाद हिंसात्मक हो गई और इसे अलुथगमा हिंसा में काफी लोग मारे गए। राष्ट्रपति एम सिरीसेना ने 2015 में सत्ता में आने के बाद मुस्लिम विरोध अपराध को लेकर जांच शुरू करवाई थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं देखने को मिली।