फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
आजाद नगर में समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त रुप से छापेमारी करते हुए अवैध रुप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्र पकड़ा है। विभाग की छापेमारी में इस अवैध नशा मुक्ति केंद्र से एक दर्जन से भी अधिक लोग नशा छुड़वाने के नाम पर बंधक बने हुए पाए गए। फिलहाल सभी लोगों को अवैध नशा मुक्ति केंद्र से शिफ्ट कर फतेहाबाद के सरकारी अस्पताल में भेजा गया है।
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नशा मुक्ति केंद्र से छुड़ाए गए मरीजों ने केंद्र में अवैध गतिविधियों का खुलासा करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। केंद्र से छुड़ाए गए दो मरीजों ने आरोप लगाते हुए बताया कि नशा छुड़वाने के नाम पर उन्हें जबरन उठा कर इस नशा मुक्ति केंद्र में लाया गया और यहां उन से लगातार मारपीट की जाती है। इसके अलावा मरीजों ने आरोप लगाया कि नशा छुड़वाने की एवज में उनके परिजनों से 8000 प्रति माह फीस के रूप में लिए गए लेकिन ना तो उन्हें कोई इलाज यहां पर दिया गया और ना ही खाने पीने की कोई उचित व्यवस्था उनके लिए केंद्र पर की गई।
इस अवैध नशा मुक्ति केंद्र पर छापेमारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके से काफी संख्या में दवाइयां भी बरामद की हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र संचालक के पास नशा मुक्ति केंद्र चलाने का कोई लाइसेंस नहीं मिला है और ऐसे में यह नशा मुक्ति केंद्र पूरी तरह से अवैध पाया गया है। विभाग की ओर से नशा मुक्ति केंद्र संचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है और केंद्र मैं मौजूद मरीजों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए जानबूझकर नशा मुक्ति केंद्र के लिए उसका लाइसेंस जारी नहीं होने देने का आरोप लगाया है। केंद्र संचालक ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपने दलाल की मार्फत उससे 1 लाख 80 हजार रुपए की रिश्वत ली है और रिश्वतखोरी के इस खेल के सबूत उसके पास मौजूद हैं। फिलहाल रिश्वत के आरोपों पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साधी हुई है। अब देखना यह होगा कि ईमानदार खट्टर सरकार रिश्वतखोरी के इन आरोपों को लेकर क्या कार्रवाई करती है??
वहीं इस मामले मे आरोपी डिप्टी सीएमओ डा.गिरीश ने बताया कि उन पर लगाए गलत है इस मामले समाज कल्याण विभाग की ओर से कारवाई की जानी थी। उनकी ओर से आज छोपमार कारवाई की गई है। जिसमें मौके पर उन्हे 15 मरीज इस सैंटर मे मिले है, इसकी कारवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके विभाग के आला अधिकारियों को इसकी शिकायत की गई थी। इसके बाद उनकी ओर से टीम बनाकर रेड मारी गई है।