पातड़ा (अनूप गोयल)
बैंक लोन दिलवाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ये शातिर युवाओं को रोजगार के नाम पर बैंक लोन दिलाने को लेकर बहला—फुसलाकर उनसे पैसे लेते और फरार हो जाते। पुलिस ने आरोपियों के पास एक कार, 17 माबाइल फोन, 149 सिम कार्ड, 12 एटीएम और कई बैंक की चेकबुक मिली है। मामले में चौकान्ने वाली बात यह है कि आरोपियों से बरामद हुई सभी 149 सिम चालू हालत में मिली है।
सदर थाना प्रभारी इन्दरपाल सिंह चौहान ने बताया कि ये लोग पिछले काफी समय से युवाओं को लोन देने के नाम पर ठगी कर रहे थे। ये ठगी करने के बाद अपने मोबाइल का सिम बदल लेते। उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि ये शातिर ठग एक कार में सवार होकर संगरुर जाने वाले है। सूचना मिलते ही पुलिस ने संगरुर रोड पर नाका लगा दिया। इस दौरान एक कार में 3 युवक दिखाई दिए। पुलिस ने कार को रुकवाकर तलाशी ली तो 17 मोबाइल, 149 सिम कार्ड, 12 एटीएम और कई बैंकों की चैकबुक बरामद हुई।
पुलिस ने जतेंद्र कुमार उर्फ सोनू भिवानी, अशोक कुमार पुत्र बीरा राम निवासी कुरकशेतरा और अमृत दास पुत्र कार्तिक निवासी पश्चिमी बंगाल को गिरफ़्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे अखबारों में बैंक ऋण के लिए विज्ञापन देते थे। लोन के इच्छूक बहुत से लोग देश के अलग—अलग राज्य से उनके पास आते थे। इस दौरान वे लोगों को अलग—अलग बैंक की पासबुक और चेकबुक दिखाकर गुमराह करते। इसके बाद लोगों से फाइल चार्ज के रुप में 2500 से लेकर 5000 रुपए वसूल लेते। इसके बाद वे सिम को तोड़कर फैंक देते और नया सिम ले लेते।