नई दिल्ली,
एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ दलित संगठन आज देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत बंद के आह्वान पर देश के अलग-अलग शहरों में दलित संगठन और उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगह ट्रेनें रोकी गई हैं। इसके अलावा कुछ शहरों में झड़प की घटनाएं भी सामने आई हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एससी/एसटी एक्ट में कई बदलाव हुए थे। केंद्र सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि अदालत में इस मामले पर मजबूती से पक्ष नहीं रखा गया। हालांकि, सरकार ने अब इस मामले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी है।
इस हिंसक झड़प में मध्यप्रदेश के मुरैना में फायरिंग की भी खबर है। यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। भिंड में भी स्थिति तनावपूर्ण बना हुआ है।
भारत बंद का अलग—अलग राज्य में असर
उत्तर प्रदेश
गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक पर बड़ी तादाद में दलित प्रदर्शनकारी जमा हुए। जिसके चलते इस रूट से आने वाली तमाम ट्रेन रुकी हुई हैं। हापुड़ में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है। आरोप है कि भारत बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद लाठीचार्ज किया गया।
मेरठ में दिल्ली-देहरादून हाइवे पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके अलावा 2 बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया है। दलित प्रदर्शनकारियों ने मेरठ में कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी को फूंक दिया है। इसके अलावा कई वाहनों में भी आग लगाई गई है।
सहारनपुर की बेहट तहसील के बबैल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और मीडिया पर पथराव किया। पुलिस की जीप तोड़ी गई। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
हरियाणा
फतेहाबाद जिले के टोहाना में प्रदर्शन के दौरान प्रभाकर कॉलोनी में 3 दुकानों के शीशे तोड़ दिए। कैथल में बंद समर्थकों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। जींद के नरवाना में पुलिस वाहनों के शीशे तोड़ दिए। पूरा जीटी रोड थम गया है। जगह-जगह वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है।
कैथल में दोपहर लगभग बारह बजे भीड़ अनियंत्रित हो गई। बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और रेलवे लाइन पर जमा हो गए। लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसमें कई लोगों को चोटें हैं।दलित समाज के लोगों ने जींद से कुरुक्षेत्र जा रही ट्रेन को रोक दिया और इंजन से तोड़फोड़ की।ओल्ड फरीदाबाद स्टेशन पर एक ट्रेन को रोका अौर फरीदाबाद चौकी इंचार्ज पर हमला कर दिया। जिसमें चौकी इंचार्ज समेत 2 लोग घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं प्रदर्शनकारी जगह-जगह जाम लगा रहे हैं।
राजस्थान
भरतपुर में महिलाएं लाठियां लेकर सड़कों पर उतरीं और जाम लगा दिया। वहीं, बाड़मेर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली। जिसमें पुलिस समेत करीब 25 लोग घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सांचौर में व्यापारियों के साथ मारपीट की गई। इसके अलावा दुकानें तोड़ी गईं और करीब आधा दर्जन मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया।
पुष्कर में भी भीड़ हिंसक हो गई और 25 से ज्यादा वाहनों को नुकसान पहुंचाया। कुछ वाहनों में आग भी लगा दी गई। इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए। जयपुर में मालगाड़ी को रोका गया। इस दौरान भीड़ ने ट्रेन के डिब्बों की पिन निकाल ली और किसी भी गाड़ी को न निकलने देने की चेतावनी दी। यहां शहर में हिंसक भीड़ ने कपड़े के एक शोरूम में तोड़फोड़ भी की।
बिहार
हाजीपुर में बंद समर्थको ने कोचिंग संस्थान पर हमला किया। इस दौरान कोचिंग संचालकों और बंद समर्थकों के बीच पथराव और मारपीट भी हुई। बंद समर्थकों ने छात्रों की साइकिल और डेस्क बेंच में आग लगा दी। इसके बाद मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे। इसके अलावा अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, जहानाबाद और आरा में भीम सेना के रेल रोकी और सड़कों पर जाम लगा दिया।
मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के सागर और ग्वालियर में दलितों के प्रदर्शन के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, भिंड के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। भिंड के अलावा लहार, गोहद और मेहगांव में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। मुरैना के स्टेशन क्षेत्र में भीड़ ने दुकानों में आग लगा दी। इस दौरान हमले में पुलिस और मीडियकर्मी भी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने फायरिंग की। यहां छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के शीशे तोड़ने के बाद उसे स्टेशन पर रोका गया है। यहां एक व्यक्ति की मौत की खबर है।
उत्तराखंड
पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां अधिक असर देखने को नहीं मिला लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती दुकानों को बंद कराया।
पंजाब
पंजाब में बंद का व्यापक असर नजर आ रहा है। यहां रविवास शाम से आज रात 11 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं।