फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिला में पीओएस डिवाईश मशीनों के माध्यम से ही राशन का वितरण अनिवार्य किया गया है तथा इसकी राशन की पोर्टीबलिटी स्कीम लागू की गई है, जिसके तहत सभी पात्र उपभोक्ताओं के लिए यह छूट है कि वह पूरे जिले में कही से भी अपने मन पसंद या सुविधानुसार राशन प्राप्त कर सकता है।
उपायुक्त डॉ हरदीप सिंह ने बताया कि जिला में 322 राशन डिपू है जिनमें 59 शहरी व 263 ग्रामीण क्षेत्रों में डिपू कार्यरत है, जिनके माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत आवश्यक वस्तुओं का वितरण करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गेहूं (प्रार्यरटी हाउस होल्ड) की 18723 क्विंटल की एलोकेशन प्राप्त हुई, जिसका उठान कर उपभोक्ताओं में 2 रुपये के हिसाब से 5 किलोग्राम प्रति यूनिट से वितरित करवाई गई। इसी प्रकार गेहूं (एएवाई) की 2042 क्विंटल की एलोकेशन प्राप्त की गई, जिसका उठान कर 2 रुपये के हिसाब से 35 किलोग्राम प्रति गुलाबी कार्ड वितरित करवाई गई। डॉ हरदीप सिंह ने बताया कि चीनी के लिए 389 क्विंटल की एलोकेशन प्राप्त हुई, जिसका उठान कर 13.50 रुपये के हिसाब से उपभोक्ताओं में वितरित करवाई गई। सरसों का तेल के लिए 42554 लीटर की एलोकेशन प्राप्त हुई जिसका उठान कर 20 रुपये के हिसाब से वितरित करवाया गया।
उन्होंने बताया कि खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक विभाग द्वारा मार्च माह के दौरान 9 राशन डिपूओं की चैकिंग की गई। इस दौरान गांव दहमन डिपू धारक रामफल, गांव चौबरा डिपू धारक महेन्द्र सिंह, भूना डिपू धारक अनीता रानी, गांव भरपूर डिपू धारक प्रशोतम दास, रतिया शहर डिपू धारक गुलशन कुमार हंस, गांव शक्करपुरा डिपू धारक जगदीश, गांव मुसाखेड़ा डिपू धारक गुरजंट, गांव तलवाड़ा डिपू धारक प्यारा सिंह तथा गांव जल्लोपुर डिपू धारक जनकराज की सप्लाई बंद की गई तथा गांव चौबारा डिपूधारक महेन्द्र सिंह की 5000 रुपये प्रतिभूति जब्त की गई। उपायुक्त ने बताया कि जिला में 18 गैस एजेन्सियां है, जिसमें 9 शहरी व 9 ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत है। इन एजेंसियों पर कुल 171625 उपभोक्ता पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें से 2965 सीएसआर स्कीम व 16560 कनैक्शन प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के कनैक्शन जारी हो चुके हैं। जिला में गैस की कोई कमी नहीं है। उपभोक्तओं को सुगमता से गैस उपलब्ध हो रही है।
डॉ हरदीप सिंह ने बताया कि जिला में कुल 90 पैट्रोल पंप है। पंपों पर पैट्रोल व डीजल की सप्लाई सामान्य है। उपभोक्ताओं को बढिय़ा क्वालिटी एवं पूरा मापतौल मिले, इसी उद्देश्य से प्रत्येक माह पैट्रोल पम्पों का निरीक्षण किया जाता है तथा सैंपल लेकर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिला में 82 ईंटों के भट्टे है। प्रथम श्रेणी की दर खुले बाजार में लगभग 4000 रुपये से 4200 रुपये प्रति हजार चल रही है।