हिसार,
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मैरिट पर नौकरियां देने तथा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का राग अलापने वाली खट्टर सरकार के आए दिन घोटाले उजागर हो रहे हैं। चुनावों में जिन युवाओं को पारदर्शी तरीके से नौकरी देने का वादा भाजपा ने किया था, चार साल बीतने के बाद जैसे-जैसे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में हुए घोटाले की परतें खुल रही हैं, उससे प्रदेश का युवा वर्ग अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस कर रह है। अपने शासनकाल में जेबीटी भर्ती घोटाले को अंजाम देने वाले इनेलो नेता आज जेल की सलाखों के पीछे हैं। लंबी अदालती कार्यवाही के बाद आए इस निर्णय के बाद राज्य के युवा वर्ग को उम्मीद थी कि खट्टर सरकार कुछ सबक लेगी और अपने वायदे के अनुसार नौकरियां देने में पारदर्शिता बरतेगी, परंतु जिस प्रकार से कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारियों ने बिना किसी भय और डर के नौकरियों का सौदा किया, उससे साफ है कि वर्तमान सरकार भी इनेलो की राह पर चल रही है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
कुलदीप बिश्नोई ने अंदेशा जताया कि इस मामले में सिर्फ और सिर्फ अधिकारी ही संलिप्त नहीं हो सकते। इतने बड़े घोटाले को अधिकारियों ने किसकी शय पर अंजाम दिया, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। वे वीरवार को हांसी, हिसार, आदमपुर सहित हिसार लोकसभा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने दौरान लोगों से बातचीत कर रहे थे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि एचएसएससी में नौकरियों में सैंकड़ों करोड़ रूपए का लेनदेन हुआ है। सरकारी संरक्षण के बगैर इतना बड़ा घोटाला संभव नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जांच का दावा तो कर रहे हैं, परंतु इस मामले की निष्पक्ष जांच के प्रति वे गंभीर नजर नहीं आ रहे। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए तभी सारे तथ्य सामने आ सकते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा कुछ अधिकारियों पर कार्यवाही का दिखावा करके इस घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है।
निधन पर जताया शोक
इस दौरान उन्होंने पत्रकार कुलश्रेष्ठ कक्कड़ व उनके बड़े भाई दीपक कक्कड़ के सड़क हादसे में हुए अकस्मात निधन तथा पत्रकार अनिल गक्कड़ के पिता के निधन पर गहरा शोक जताया तथा शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कुलश्रेष्ठ कक्कड़ कलम के सच्चे सिपाही थे। उन्होंने अपने छोटे—से जीवन काल में कलम के माध्यम से गहरी छाप समाज में छोड़ी। मीडिया जगत सदा उनकी कमी को महसूस करेगा।
सरसों खरीद में गड़बड़झाला
एचएसएससी के अलावा राज्य में सरसों खरीद में हुए बड़ा गड़बड़झाला भी सामने आ रहा है। कुंभकर्णी नींद सोए हुए कहें या फिर अनुभवहीन खट्टर सरकार की नाक के नीचे बेलगाम अधिकारी सरसों खरीद में सरकारी आदेशों की ही सरेआम धज्जियां उड़ाते नजर आए और किसानों से दो नंबर में सरसों खरीदकर सरकार को भारी चपत लगाई। इससे किसानों को भी सरसों का सरकारी रेट नहीं मिल पाया। अधिकारियों ने अपने कमीशन के चक्कर में सरसों खरीद में प्रति क्विंटल 210 रूपए की चपत सरकार को लगाई है। कुलदीप बिश्नोई ने प्रदेश सरकार से मांग की कि सरसों खरीद में हुई गड़बड़ की जांच करने के लिए अधिकारियों से रिपोर्ट ले और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
एन्हांसमेंट का विरोध
कुलदीप बिश्नोई ने एन्हांसमेंट के विरोध में धरने पर बैठे सेक्टरवासियों का समर्थन करते हुए कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधीकरण (हुडा) द्वारा बार-बार एन्हांसमेंट के नाम पर राशी वसूलना लोगों के साथ अन्याय है। इस मामले में सरकार को नियमों में बदलाव लाकर आम जनमानस को राहत देनी चाहिए। पाई-पाई जोड़कर वर्षों से अपना मकान लेने के बाद भी
एन्हांसमेंट वसूलना लोगों के साथ ज्यादती है।
किसानों के लिए मुआवजे की मांग
विधायक ने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में ओलावृष्टि,बारिश व तेज आंधी से गेहूँ की फसल को बड़ी मात्रा में नुकसान पहुंचा है। खेतों में पककर कटाई के लिए एकदम तैयार गेहूँ की फसल जहां बर्बाद हो गई है, वहीं बड़ी संख्या में मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी फसल भी खराब हो गई है। सरकार को तुरंत खेतों में गिरदावरी करवाकर तथा मंडियों में जिन किसानों की फसलें खराब हुई है, उनको उचित मुआवजा दिया दे और राज्य की सभी मंडियों में सरकारी मूल्य पर गेहूँ खरीद तथा समय पर उठान की व्यवस्था करनी चाहिए अन्यथा राज्य का किसान वर्ग भारी आर्थिक हानि की चपेट में चला जाएगा।
भाजपा पर गरजे
उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों से आज हर वर्ग त्राही-त्राही कर रहा है। भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश को धर्म, जाति के नाम पर बांटने के लिए उतारू है और विकास का नारा देकर सत्ता में आई भाजपा का साम्प्रदायिक जहर घोलने वाला असली चेहरा जनता के सामने आ चुका। आने वाले चुनावों में कांग्रेस केन्द्र व हरियाणा में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। इस दौरान रणधीर सिंह पनिहार, गुलजार सिंह काहलो, सुभाष टाक, प्रमोद सिंहपुरिया, विरेन्द्र बामल आदि उपस्थित थे।