महेंद्रगढ़,
नेशनल हाइवे नंबर 148 पर हुए सड़क हादसे में बीएसएफ से रिटायर्ड डीआईजी सुमेर सिंह यादव और उनकी मां की मौत हो गई। संतुलन बिगड़ने से कार पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए अौ सुमेर सिंह व उनकी मां उछलकर बाहर की ओर गिर गए। जिससे उनकी मां की तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुमेर सिंह ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। हादसे की खबर मिलते ही महेंद्रगढ़ जिला पुलिस और मंत्री रामबिलास शर्मा के बेटे गौतम शर्मा मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुमेर सिंह अपनी मां मनभावती के साथ खुद की गाड़ी में नारनौल के पास गांव खटोटी में स्वामी रामदेव के नजदीकी रिश्तेदार की पुत्री के शादी समारोह की रस्म में शामिल होने गए थे। वहां से वापस महेंद्रगढ़ लौटते समय जब वे गांव जौनावास के बस स्टैंड के पास पहुंचे तो तेज रफ्तार ट्रक ने ओवरटेक किया, जिसके चलते उनकी हुंडई क्रेटा गाड़ी का अचानक से संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी पेड़ से जा टकराई। जिसमें दोनों की मौत हो गई।
सुमेर सिंह 31 मार्च 2017 को बीएसएफ से रिटायर हुए थे और उनकी लास्ट पोस्टिंग राजस्थान के जोधपुर में थी। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। बेटा जितेंद्र अमेरिका में इंजीनियर है और परिवार के साथ वहीं रहता है। वहीं उनकी एक बेटी बबीता राजस्थान में लेक्चरर और दूसरी बेटी पूनम दिल्ली में डॉक्टर है। दोनों ही शादीशुदा हैं। पुलिस ने मामले में अज्ञात ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।