हिसार,
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हिसार गुप्तचर विभाग के डीएसपी विरेंद्र सिंह ने सिविल लाइन थाने में भ्रष्टाचार को लेकर सर्तकता विभाग के निरीक्षक भूपेंद्र सिंह शर्मा सहित अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि फतेहाबाद के गुप्तचर विभाग के जिला निरीक्षक जुगल किशोर को गुप्त सूचना मिली थी कि सर्तकता विभाग के निरीक्षक भूपेंद्र सिंह के पास वेयर हाउस कारर्पोरेशन के अधिकारियों के खिलाफ जांच लंबित है, इस मामले में चंडीगढ़ से कोई व्यक्ति मोटे पैसे देने फतेहाबाद आयेगा। सूचना मिलते ही जुगल किशोर ने मामले से मुझे अवगत करवाया। इसके बाद फतेहाबाद गुप्तचर विभाग को मामले की पुख्ता जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए गए।
इस पर पता चला कि वेयर हाउसिंग बोर्ड से सेवानिवृत कनिष्ठ अभियंता एमएल नारंग सर्तकता विभाग के निरीक्षक भूपेंद्र सिंह के पास लंबित मामले के निपटारे के लिए बड़ी रकम लेकर आ रहा है। जानकारी मिलते ही जिला निरीक्षक जुगल किशोर की टीम उकलाना के सुरेवाला चैक पर पहुंच गई। इस दौरान उन्हें एक इनेवो गाड़ी एचआर19एफ-9555 में एमएल नारंग के होने का पता चला। टीम ने इस गाड़ी का पीछा करना आरंभ कर दिया। गाड़ी फतेहाबाद विश्रामगृह के पास रूकी। इस दौरान एमएल नारंग लगातार फोन पर बातचीत करता रहा। इस दौरान उनके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था। यहां पर रूककर उन्होंने फोन पर करीब 30 मिनट बात की और यहां से नहर के पास स्थित एक ढ़ाबे पर करीब 25 मिनट रूकने के बाद गाड़ी हिसार की तरफ मोड़ दी।
इस दौरान जुगल किशोर की टीम लगातार उनका पीछा करती रही। हिसार पहुंचने के बाद एमएल नारंग ने गाड़ी डाबडा चैक के पास रोक दी। यहां गाड़ी रोककर उसने करीब 2 घंटे तक किसी से फोन पर लंबी बात की। यहां से ये फिर मधुबन पार्क की तरफ चल दिए। यहां पर गुप्तचर की टीम ने एमएल नारंग की गाड़ी को रोक लिया और तलाशी ली। इस दौरान एक पोलीथीन में मिठाई के डिब्बे से 7 लाख रूपए की नगदी बरामद की। पूछताछ पर उसने बताया कि उसके विभाग के कई अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ ढांड व नथवान गांव में बन रहे वेयर हाउस के गोदामों की जांच सर्तकता विभाग के निरीक्षक भूपेंद्र सिंह के पास लंबित है। इस मामले में लेब से रिपोर्ट के आने के बाद भी केस दर्ज न करने की एवज में 40 लाख रूपए का भुगतान करना था। इसमें से एक बड़ी रकम पहले दी जा चुकी है। 10 लाख रूपए बुधवार को भूपेंद्र सिंह को देने थे लेकिन केवल 7 लाख रूपए ही बन पाए।
एमएल नारंग ने बताया कि भूपेंद्र सिंह ने आज फतेहाबाद के विश्रामगृह में उसे बुलाया था। इसके बाद बड़ोपल नहर के पास आने को बोला। बाद में डीसी काॅलोनी हिसार में बुलाया और डाबडा चैक पर मिलने की बात कही। करीब 2 घंटे इंतजार करने के बाद भूपेंद्र सिंह ने आज मिठाई खाने से मना कर दिया। इसके बाद विभाग के उच्चाधिकारियों से बात की तो उन्होंने वापिस आने को बोल दिया। वापिस लौटते समय गुप्तचर विभाग ने मधुबन पार्क के पास एमएल नारंग को रोककर उनके पास से 2000 के 221 नोट व 500 के 516 नोट बरामद किए। इसके बाद मामले की सूचना सिविल लाइन थाने में दी। पुलिस ने नोट अपने कब्जे में ले लिए। नोट बरामदगी पर एमएल नारंग, चूलि बागडियान के पूर्व सरपंच विनोद व कृतपाल के गवाह के तौर पर पुलिस ने हस्ताक्षर करवाएं।
इस दौरान पुलिस ने जांच में पाया कि एमएल नारंग और भूपेंद्र सिंह वट्सएप के माध्यम से एक-दूूसरे के सम्पर्क में थे। पुलिस ने एमएन नारंग के मोबाइल को जब्त कर लिया। पुलिस ने विनित चावला सचिव, रिटायर्ड एसडीई आरके अग्रवाल, मोहन लाल नारंग रिटायर्ड जेई, अनुप चंद जेई, भूपेंद्र सिंह निरीक्षक सर्तकता विभाग व दो ठेकेदार के खिलाफ विभिन्न धाराओं के साथ मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है।
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