फतेहाबाद (साहिल रूखाया)
https://youtu.be/vaoKNN8hUrY
अनाज मंडी में गेहूं भिगोकर व्यपारी सरकार को चूना लगा रहे हैं। व्यापारियों द्वारा ऐसी ही एक कोशिश करने का वीडियो वायरल हुआ है। इसके बाद मार्केट कमेटी के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो वाकई अनाजमंडी में ये सब होता दिखा। जांच के दौरान चैंकाने वाली बात ये सामने आई है कि गेहूं के बैग जिस फर्म की ओर से भिगोये हुए देखे गए उस फर्म का व्यापारी इनेलो पार्टी का प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुलजीत कुलड़िया है।
दुकान नंबर 124 बी इनेलो नेता कुलजीत कुलड़िया की है और उसके करिंदों के द्वारा गेहूं की बोरियों को पानी से भिगोया जा रहा था। किसी भी पार्टी के नेता की फर्म में इस प्रकार का काम होना वाकई में शर्मनाक है। क्योंकि नेताओं का काम समाज के सामने आदर्श स्थापित करने का होता है। यदि वे ही इसप्रकार की हेराफेरी में शामिल होंगे तो वाकई में यह गंभीर बात है।
मार्केट कमेटी के सचिव संजीव कुमार ने मामला को गंभीरता लेेते हुए सम्बंधित फर्म को नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि नोटिस का जवाब यदि संतोषजनक नहीं मिलता है तो फर्म का लाइसेंस भी समाप्त किया जा सकता है। वहीं व्यापारियों का दबी जुबान में कहना है कि गेहूं का उठान काफी देरी से हो रहा है। ऐसे में धूप में पड़े गेहूं का वजन काफी कम हो जाता है। वजन को बनाए रखने के लिए बड़े रसूख वाले व्यापारी अकसर इस प्रकार पानी का छिड़काव करते है। वहीं आम व्यापारी को घटती के रूप में 250 ग्राम तक गेहूं ज्यादा देनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि यदि उठान कार्य ठीक हो तो कोई भी व्यापारी पानी का छिड़काव करके खुश नहीं होता।
कुल मिलाकर देखा जाए तो सरकार की व्यवस्था सही ढ़ंग की नहीं होने के कारण व्यापारी वर्ग ओछे हथकंड़े अपनाने को मजबूर हो रहे है। ऐसे में पकड़े जाने पर व्यापारियों को बदनामी के साथ-साथ अधिकारियों की सेवा-पानी भी करनी पड़ती है। काश सरकार भ्रष्ट तंत्र और ठेकेदारी व्यवस्था में सही लगाम कस पाती तो भारी टैक्स अदा कर देशनिर्माण में सहयोग करने वाले व्यापारियों को हल्के हथकड़े अपनाकर शर्मसार ना होना पड़ता।