हिसार,
सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में 12 मई शनिवार को रोडवेज के हजारों कर्मचारी सिरसा में एकत्रित होकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को ज्ञापन सौंपेंगे। इसमें हिसार सिरसा जींद फतेहाबाद भिवानी जिलों के कर्मचारी शामिल होंगे।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राजपाल नैन ने एक बयान में बताया कि रोडवेज तालमेल कमेटी व सरकार के परिवहन मन्त्री व विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ कई बार मांगो को लेकर सहमति बनी हुई है, इसके बाद भी सरकार जायज मागों को लागू नहीं कर रही है, बल्कि इसके विपरित हर रोज नये नये कर्मचारी विरोधी फरमान जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि 2016 मे भर्ती किए गए चालकों को सरपल्स बता कर सरकार ने इन्हें हटाने के आदेश मुख्यालय से जारी कर दिये है, जबकि सही मायने में मौजूदा स्थिति को देखते हुए अब भी रोडवेज विभाग में लगभग 500 चालकों की और भर्ती करने की आवश्यकता है। इससे सरकार की रोडवेज कर्मचारी विरोधी नीति साफ तौर पर उजागर होती है। उन्होंने बताया कि उक्त सभी मुद्दों व मांगों को लेकर रोडवेज की सभी यूनियनें एक मंच पर हैं।
घर बैठे पार्ट टाइम जॉब करे..और आकर्षक वेतन पाए..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
जिला प्रधान राजपाल नैन ने कहा कि रोडवेज की कोई भी यूनियन बसों का चक्का जाम करने मे विश्वास नहीं रखती, बल्कि रोडवेज के कर्मचारी दिन रात डयूटी करके सवारियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने को ही तैयार रहते हैं परंतु सरकार चालकों को हटाने जैसे आदेश जारी करके ऐसे हालात पैदा करने के लिए मजबूर कर देती है कि रोडवेज यूनियनों को बसों का चक्का जाम करना पड़ता है, सरकार ने एक बार फिर इस तेज गर्मी में चालकों को हटाने के आदेश पारित कर के ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि यदि प्रदेश में रोड़वेज के किसी एक चालक को भी हटाने का आदेश पारित किया गया तो उसी समय पूरे प्रदेश में बसों का चक्का जाम कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को हिसार से भी सैंकड़ों रोडवेज कर्मचारी सिरसा में पहुंचेंगे और सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर अपना रोष प्रकट करेंगे।