बाड़मेर,
राजस्थान के बाड़मेर जिले में महिला अत्याचार बेहद दर्दनाक वारदात सामने आई है। जिले के चौहटन थाना क्षेत्र के पोकररसर में बदमाशों ने बंधक बनाकर मां बेटी के साथ कई महीने तक दुष्कर्म किया, फिर उन्हें बेच दिया। खरीदने वाले पिता-पुत्र ने भी मिलकर पीड़ित मां-बेटी के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस के मुताबिक विवाहिता और उसकी नाबालिग बेटी को कृषि कुंए (बेरे) पर मजदूरी के बहाने बुलाकर बंधक बना लिया गया, जिसके बाद पांच महीने तक दोनों के साथ रेप किया गया। इसके बाद आरोपियों ने मां और बेटी को किसी दूसरे को बेच दिया।
आरोप है कि खरीदार ने महिला के साथ खुद शादी कर ली और उसकी बेटी के साथ अपने बेटे की शादी कराने का नाटक रचा। इसके बाद पिता-पुत्र ने मिलकर महिला और उसकी बेटी के साथ रेप किया। पिता-पुत्र ने दोनों पीड़िता को धमकी दे रखी थी कि कोई पूछे तो वह पत्नी के रूप में अपना परिचय दे। करीब 15 दिनों बाद एक मोबाइल विवाहिता के हत्थे लगने पर उसने अपने पिता को सूचना दी, इसके बाद उन्हें मुक्त कराया गया। विवाहिता ने शनिवार को चौहटन पुलिस थाना में दर्ज कराया है।
चौहटन थानाधिकारी सुरेन्द्र कुमार प्रजापत ने बताया कि निकटवर्ती पोकरासर पंचायत के खारावाला गांव में रहने वाली विवाहिता ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपकर बताया कि करीब छह महीने पहले पड़ोस के गांव नेहरों की नाडी का निवासी दीपाराम पुत्र नगाराम उसके घर आया था। आरोपी ने आश्वासन दिया था कि वह मां और नाबालिग बेटी केा कृषि कुंए पर मजदूरी का काम दिलाएगा। काम दिलाने के बहाने आरोपी मां-बेटी को लेकर रामदेवरा से आगे सिरडा गांव में एक बेरे पर ले गए।
आरोप है कि बेरे पर पहले से एक महिला मौजूद थी। उसने मां-बेटी से उनका मोबाइल छीन लिया। इसके बाद दोनों को यहीं बंधक बना लिया गया। करीब पांच महीने तक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया जाने लगा।
विवाहिता ने रिपोर्ट में बताया कि करीब 15 दिन पहले आरोपियों ने दोनों मां-बेटी को धोरीमन्ना के मीठड़ा खुर्द निवासी मंगलाराम पुत्र धर्माराम, पोकराराम पुत्र मंगलाराम व एक महिला के हाथों बेच दिया। पुलिस ने विवाहिता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है। समूचे घटनाक्रम पर अनुसंधान कर रही है।